Ahmedabad Air India Plane Crash: DNA Matching Process Begins, Survivor Stable Says Hospital
अहमदाबाद एयर इंडिया विमान हादसा: डीएनए मिलान प्रक्रिया शुरू, एकमात्र बचे यात्री की हालत स्थिर
AIN NEWS 1: अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान हादसे के बाद, नागरिक अस्पताल (Civil Hospital) ने अब मृतकों की पहचान की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस दुर्घटना में 242 लोगों में से 241 की दुखद मृत्यु हो गई थी, जबकि एक व्यक्ति चमत्कारिक रूप से जीवित बच गया है।
अस्पताल का बयान
सिविल अस्पताल के अतिरिक्त मेडिकल अधीक्षक डॉ. रजनीश पटेल ने मीडिया से बातचीत में बताया कि हादसे में एकमात्र बचे व्यक्ति की हालत अब स्थिर है और वह तेजी से ठीक हो रहा है। डॉक्टरों की टीम उसकी नियमित जांच कर रही है और उसके स्वास्थ्य में लगातार सुधार देखा जा रहा है।
डीएनए मिलान प्रक्रिया कैसे होगी?
डॉ. रजनीश पटेल ने बताया कि मृतकों की पहचान के लिए डीएनए टेस्टिंग की जा रही है। इस प्रक्रिया में शवों की सही पहचान सुनिश्चित की जाएगी ताकि उन्हें उनके परिवारजनों को सौंपा जा सके।
उन्होंने कहा –
“जैसे ही डीएनए रिपोर्ट्स आती हैं, हम संबंधित परिजनों से संपर्क करेंगे। किसी भी परिजन को परेशान होने या जल्दबाज़ी की आवश्यकता नहीं है।”
परिजनों को क्या करना होगा?
अस्पताल प्रशासन द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि डीएनए रिपोर्ट्स आने के बाद,
अस्पताल की ओर से परिजनों को कॉल किया जाएगा।
उन्हें एक संपर्क नंबर प्रदान किया जाएगा।
इस नंबर पर संपर्क करने के बाद, परिजन को सिविल अस्पताल बुलाया जाएगा।
वहां से उन्हें मेडिकल अधीक्षक कार्यालय (Superintendent’s Office) ले जाया जाएगा,
और निर्धारित प्रक्रिया के बाद शव उन्हें सौंप दिया जाएगा।
मानवता और व्यवस्था दोनों का ध्यान
अस्पताल प्रशासन ने कहा कि वे इस कठिन समय में परिजनों की भावनाओं का पूरा सम्मान करते हैं।
हर प्रक्रिया को संवेदनशील तरीके से, लेकिन सुव्यवस्थित ढंग से किया जा रहा है ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी, अफवाह या जल्दबाजी से बचा जा सके।
इस पूरी प्रक्रिया में पुलिस, मेडिकल स्टाफ और डीएनए जांच टीम आपस में समन्वय बनाकर कार्य कर रही है।
डीएनए रिपोर्ट्स को सुरक्षित रखा गया है।
परिवारों से लिए गए सैंपल्स की तुलना शवों के सैंपल्स से की जा रही है।
पहचान की पुष्टि होते ही संबंधित परिवार को सूचना दी जाती है।
सिर्फ सही पहचान पर ही शव सौंपे जाएंगे
अस्पताल प्रशासन ने दोहराया कि
“जब तक डीएनए से पुष्टि नहीं हो जाती, किसी भी शव को सौंपा नहीं जाएगा।
यह निर्णय मृतकों के सम्मान और उनके परिजनों के हित को ध्यान में रखकर लिया गया है।”
एकमात्र जीवित बचे यात्री के लिए दुआओं का दौर
पूरे देश में इस हादसे को लेकर शोक की लहर है। लेकिन इसी बीच, चमत्कारिक रूप से बचे एकमात्र यात्री के लिए प्रार्थनाओं का दौर जारी है।
डॉक्टरों की माने तो वह धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लौट रहा है और कुछ ही हफ्तों में उसे अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है।
मीडिया से अपील
अस्पताल प्रशासन ने मीडिया से अपील की है कि
वह परिजनों की निजता का सम्मान करें।
अफवाह या अपुष्ट रिपोर्ट न चलाएं।
आधिकारिक सूत्रों से ही जानकारी लें।
अब तक की प्रक्रिया का सारांश:
| प्रक्रिया | विवरण |
|———–|———|
| डीएनए मिलान | सभी शवों की डीएनए जांच की जा रही है |
| परिजनों से संपर्क | रिपोर्ट के आधार पर अस्पताल द्वारा किया जाएगा |
| शव सौंपना | डीएनए पुष्टि के बाद ही संभव |
| जीवित यात्री | स्थिति स्थिर, सुधार की ओर |
अहमदाबाद एयर इंडिया हादसे के बाद अस्पताल प्रशासन की ओर से की जा रही व्यवस्था और पारदर्शिता सराहनीय है। डीएनए की पुष्टि से पहले शव न सौंपने का निर्णय जिम्मेदार और संवेदनशील दोनों है। एकमात्र बचे यात्री के जीवन की रक्षा को चमत्कार माना जा रहा है, और उसकी तेजी से हो रही रिकवरी देश के लिए उम्मीद की किरण बनकर सामने आई है।
In the aftermath of the Ahmedabad Air India plane crash, authorities at Civil Hospital Ahmedabad have begun the DNA matching process to identify the deceased. The lone survivor of the Air India crash is reported to be in stable condition and recovering quickly. As per hospital officials, relatives of the victims will be contacted for further procedure, and only after DNA confirmation, bodies will be handed over. This marks a significant development in the Air India accident update, ensuring transparency and care in victim identification and family support.