AIN NEWS 1 दिल्ली: समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सांभल में हुए पत्थरबाजी की घटना को लेकर राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि यह घटना उपचुनावों में धांधली और लूट को छुपाने के लिए जानबूझकर कराई गई।
अखिलेश यादव का बयान
अखिलेश यादव ने कहा, “सरकार ने यह साजिश केवल अपने गलत कामों और उपचुनावों में लूट-खसोट छुपाने के लिए की है। कई लोग यह भी कहते हैं कि फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ देखने के बाद कुछ नेताओं ने बड़े नेता बनने की प्रेरणा ली और इसी कारण इस तरह की घटनाएं करवाई गईं।”
संसद में उठेगा मामला
उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों के सभी सांसद इस मुद्दे को संसद में उठाना चाहते थे, लेकिन अभी तक समय नहीं मिल पाया है। अखिलेश ने वादा किया कि इस मामले को संसद के भीतर और बाहर जोर-शोर से उठाया जाएगा। उन्होंने कहा, “हम जब भी समय पाएंगे, इस मुद्दे को संसद में जरूर उठाएंगे।”
पीड़ितों से मिलने पहुंचेगी सपा टीम
अखिलेश यादव ने यह भी घोषणा की कि समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल सांभल जाएगा और वहां जाकर पीड़ितों से मुलाकात करेगा। उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी का एक प्रतिनिधि दल जल्द ही सांभल जाकर पीड़ितों की समस्याएं सुनेगा और उन्हें न्याय दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगा।”
सरकार पर तीखे हमले
अखिलेश ने राज्य सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार न सिर्फ प्रशासन का दुरुपयोग कर रही है बल्कि लोगों का ध्यान असल मुद्दों से भटकाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, “सरकार का यह रवैया लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। यह जनता की आवाज दबाने और विपक्ष को चुप कराने का प्रयास है।”
विपक्ष एकजुट
सपा प्रमुख ने दावा किया कि इस मामले में विपक्षी दल पूरी तरह से एकजुट हैं। उन्होंने कहा, “सभी विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे पर साथ हैं और सरकार की नीतियों का पर्दाफाश करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
सभल की घटना पर सवाल
सांभल में पत्थरबाजी की इस घटना ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। विपक्ष इसे सरकारी साजिश करार दे रहा है, जबकि सरकार इस पर चुप्पी साधे हुए है।
निष्कर्ष
अखिलेश यादव के बयान से साफ है कि यह मुद्दा केवल सांभल तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसे राष्ट्रीय स्तर पर उठाया जाएगा। समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों ने इसे सरकार की साजिश बताया है और इसे लोकतंत्र के खिलाफ कदम करार दिया है।