AIN NEWS 1: शराब पीना आजकल आम बात हो गई है। भारत में अंग्रेजी से लेकर देसी शराब तक का सेवन किया जाता है। कुछ लोग कभी-कभी पीते हैं, जबकि दूसरों को शराब की लत लग जाती है। यह लेख शराब की लत के पीछे के वैज्ञानिक कारणों को समझने की कोशिश करेगा।
शराब की लत: क्या है और इसके कारण
शराब की लत तब लगती है जब कोई व्यक्ति बार-बार शराब पीने लगे और इसके बिना जीने में असमर्थ महसूस करे। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से एक प्रमुख वैज्ञानिक पहलू हालिया रिसर्च द्वारा उजागर हुआ है।
वैज्ञानिक शोध
किंग्स कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन प्रकाशित किया है जिसमें बताया गया है कि RASGRF-2 नामक जीन शराब पीने की खुशी को प्रभावित कर सकता है। यह अध्ययन प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में प्रकाशित हुआ था। इस अध्ययन में यह पाया गया कि RASGRF-2 जीन शराब पीने के बाद डोपामाइन के स्तर को प्रभावित कर सकता है।
डोपामाइन एक न्यूरोट्रांसमीटर है जो खुशी और सुकून से जुड़ा होता है। जब हम कोई मजेदार चीज़ करते हैं, जैसे स्वादिष्ट खाना खाते हैं या पसंदीदा संगीत सुनते हैं, तो डोपामाइन का स्तर बढ़ता है। यह हमें अच्छा महसूस कराता है और इन गतिविधियों की आदत को बढ़ाता है।
रिसर्च के निष्कर्ष
शोध के अनुसार, जिन लोगों में RASGRF-2 जीन पाया जाता है, वे शराब पीने के बाद ज्यादा डोपामाइन महसूस कर सकते हैं, जिससे शराब पीने की आदत लग सकती है।
शोधकर्ताओं ने 14 साल की उम्र के 663 बच्चों पर अध्ययन किया। इन बच्चों को ऐसा कार्य करने के लिए कहा गया जिससे उनके दिमाग का वेंट्रल स्ट्रिएटम एक्टिव हो सके, जो डोपामाइन रिलीज के लिए महत्वपूर्ण है। दो साल बाद, जब इन बच्चों की उम्र 16 साल हुई, तो जिनमें RASGRF-2 जीन था, वे अधिक बार और आसानी से शराब पीते पाए गए।
अन्य कारक
शोध के प्रमुख लेखक प्रोफेसर गुंटर शूमैन के अनुसार, शराब की लत में अन्य जीन और पर्यावरणीय कारक भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
शराब का स्वास्थ्य पर प्रभाव
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट के अनुसार, 2019 में शराब पीने के कारण दुनिया भर में लगभग 26 लाख मौतें हुईं। इनमें से 4.74 लाख मौतें शराब से संबंधित दिल की बीमारियों के कारण हुईं।
इस प्रकार, शराब की लत एक जटिल समस्या है, जो जीन, दिमाग की रसायनशास्त्र और पर्यावरणीय कारकों से प्रभावित होती है। समझदारी से शराब का सेवन करने और लत से बचने के लिए जागरूक रहना महत्वपूर्ण है।