Andhra Pradesh Liquor Scam Video: Former MLA’s Men Counting 2000 & 500 Notes Sparks Controversy
आंध्र प्रदेश शराब घोटाले में नोट गिनते लोगों का वीडियो वायरल, पूर्व विधायक के सहयोगियों पर जांच के बादल
AIN NEWS 1: आंध्र प्रदेश में पहले से ही विवादों में घिरे शराब घोटाले में अब एक नया मोड़ आ गया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो ने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है। इस वीडियो में पूर्व विधायक से जुड़े लोगों को ₹2000 और ₹500 के नोटों के बंडल गिनते हुए देखा जा सकता है। यह घटना न केवल भ्रष्टाचार के मुद्दे को फिर से केंद्र में ले आई है, बल्कि विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच एक नए टकराव की स्थिति पैदा कर दी है।
वीडियो में क्या दिखा?
वायरल वीडियो में एक बड़े कमरे में कई लोग दिखाई दे रहे हैं। सामने टेबल पर ढेर सारे नोटों के बंडल रखे हुए हैं—अधिकांश ₹2000 और ₹500 के। लोग तेज़ी से नोट गिनते हुए और उन्हें अलग-अलग ढेर में रखते हुए दिखाई देते हैं।
इस वीडियो के बारे में कहा जा रहा है कि यह हाल ही में हुई छापेमारी या किसी गुप्त रिकॉर्डिंग के दौरान सामने आया है। वीडियो के पृष्ठभूमि से ऐसा लगता है कि यह किसी ऑफिस या निजी परिसर का है।
पूर्व विधायक का नाम क्यों आ रहा है?
सूत्रों के मुताबिक, वीडियो में दिख रहे लोग एक पूर्व विधायक के करीबी बताए जा रहे हैं। विपक्ष का आरोप है कि ये रकम शराब ठेकों से जुड़े अवैध सौदों का हिस्सा हो सकती है। हालांकि, अभी तक किसी भी आधिकारिक बयान में पूर्व विधायक का नाम नहीं लिया गया है।
एक विपक्षी नेता ने कहा:
“यह वीडियो साफ तौर पर बताता है कि शराब घोटाले से जुड़ी बड़ी रकम किस तरह कैश में जमा की जाती है। यह सब सत्ता के संरक्षण में हो रहा है।”
विपक्ष का हमला
वीडियो सामने आने के बाद विपक्षी दलों ने सरकार पर जमकर हमला बोला।
विपक्ष का आरोप है कि सरकार शराब ठेकेदारों और उनसे जुड़े नेताओं को बचा रही है।
उन्होंने इस मामले में CBI या हाईकोर्ट की निगरानी में जांच की मांग की।
सोशल मीडिया पर भी विपक्षी नेताओं ने यह वीडियो साझा कर सरकार से सवाल पूछे।
एक प्रमुख विपक्षी प्रवक्ता ने कहा:
“जनता का पैसा और अवैध कमाई इस तरह बंडलों में रखी जा रही है। सरकार के पास अब छिपाने को कुछ नहीं बचा।”
सरकार का पक्ष
राज्य सरकार ने इस वीडियो पर कहा कि इसकी सत्यता की जांच हो रही है। अधिकारियों का कहना है कि जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
सरकार के एक मंत्री का बयान:
“वीडियो पुराना भी हो सकता है या किसी साजिश के तहत फैलाया गया हो। जांच पूरी होने से पहले निष्कर्ष निकालना गलत होगा।”
SIT और आर्थिक अपराध शाखा की जांच
जांच एजेंसियां इस वीडियो की बारीकी से जांच कर रही हैं।
वीडियो का डिजिटल फॉरेंसिक विश्लेषण किया जा रहा है।
वीडियो में दिख रहे लोगों की पहचान करने की कोशिश हो रही है।
नोटों की गिनती से जुड़ी रकम का स्रोत और उद्देश्य भी जांच के दायरे में है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा:
“यदि वीडियो असली निकला और इसमें दिखाई गई रकम शराब घोटाले से जुड़ी हुई पाई गई, तो कई बड़े नामों के फंसने की संभावना है।”
इंटरव्यू स्टाइल विश्लेषण
स्थानीय निवासी का बयान
एक स्थानीय नागरिक ने कहा:
“हमें पहले से पता था कि शराब ठेकों में गड़बड़ी हो रही है, लेकिन यह वीडियो देखकर झटका लगा। यह साफ करता है कि नेताओं के करीबी लोग बड़ी रकम इकट्ठा कर रहे थे।”
राजनीतिक विश्लेषक की राय
राजनीतिक विश्लेषक अरुण रेड्डी का कहना है:
“यह वीडियो विपक्ष के लिए बड़ा हथियार बन सकता है। चुनाव नजदीक हैं, और ऐसे मुद्दे जनता के मूड पर असर डालते हैं। सरकार को तुरंत और पारदर्शी कार्रवाई करनी होगी, वरना जनता का भरोसा डगमगा सकता है।”
सोशल मीडिया पर असर
वीडियो वायरल होते ही ट्विटर (अब X), फेसबुक और इंस्टाग्राम पर हैशटैग #LiquorScam, #MoneyCountingVideo और #AndhraCorruption ट्रेंड करने लगे। लोग सरकार और विपक्ष दोनों से जवाब मांग रहे हैं।
कुछ लोगों ने इसे “कैश करप्शन का खुला सबूत” बताया तो कुछ ने कहा कि “राजनीतिक दल इसे चुनावी हथियार बना रहे हैं।”
आर्थिक असर
शराब घोटाले का असर न केवल राजनीति बल्कि अर्थव्यवस्था पर भी पड़ सकता है। यदि जांच में अवैध लेन-देन का बड़ा नेटवर्क सामने आया, तो यह राज्य में निवेशकों के भरोसे पर असर डाल सकता है।
आगे क्या?
जांच एजेंसियों के पास अब कई सवाल हैं:
1. यह नकदी कहां से आई?
2. किस मकसद से इसे रखा गया था?
3. क्या यह रकम शराब घोटाले से जुड़ी हुई है?
4. वीडियो में दिखाई दे रहे लोग कौन हैं?
इन सवालों के जवाब मिलने के बाद ही असल तस्वीर साफ होगी।
नतीजा
यह मामला आने वाले दिनों में आंध्र प्रदेश की राजनीति में बड़ा मुद्दा बनने वाला है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच टकराव बढ़ने की पूरी संभावना है।
जनता अब इस बात का इंतजार कर रही है कि सरकार कितनी पारदर्शिता से जांच कराती है और दोषियों को सजा दिलाती है।
A shocking video in the Andhra Pradesh liquor scam case has gone viral, showing men linked to a former MLA counting bundles of ₹2000 and ₹500 notes. The opposition is accusing the ruling party of shielding corruption, demanding a CBI or High Court monitored probe. This video has intensified political debate, highlighting illegal liquor trade, money laundering, and political nexus in Andhra Pradesh ahead of upcoming elections.



















