AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के बहराइच में हुई हिंसा के आरोपियों की गिरफ्तारी और मुठभेड़ के मामले में कई नए खुलासे हुए हैं। यह घटना 15 अक्टूबर को महराजगंज में हुई थी, जहां राम गोपाल मिश्रा की हत्या के बाद दहशत फैलाने के प्रयास किए गए। पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से दो गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
घटनाक्रम का विवरण
पुलिस ने बहराइच के नानपारा बायपास पर हांडा बसेहरी नहर के पास आरोपियों की घेराबंदी की। जब पुलिस ने उन्हें पकड़ने का प्रयास किया, तो आरोपियों ने जवाबी फायरिंग की। इस दौरान दो आरोपी, मोहम्मद सरफराज और मोहम्मद तालीम, पुलिस की गोलीबारी में घायल हो गए। इन दोनों को उपचार के लिए नानपारा सीएचसी से मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है, जहां पुलिस की भारी तैनाती की गई है।
सुनियोजित हिंसा का खुलासा
पुलिस के अनुसार, यह हिंसा सुनियोजित थी। मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद की छत पर पत्थर, ईंटें और कांच की बोतलें रखी गई थीं, जो दहशत फैलाने के इरादे से थीं। आरोपियों के पास से हत्या में प्रयुक्त अवैध हथियार भी बरामद किए गए हैं। यह स्पष्ट है कि आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग कर दहशत फैलाने की कोशिश की थी।
गिरफ्तारी और वीडियो माफी
पुलिस ने इस मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किए गए आरोपियों का एक वीडियो जारी किया है, जिसमें आरोपी कहते हैं, “अब कभी गलती नहीं करेंगे।” पुलिसकर्मी उन्हें गलत काम करने की बात समझाते हैं, जिसके बाद आरोपी माफी मांगते हैं। पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया कि सभी आरोपियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी।
परिजनों का बयान
गिरफ्तार आरोपियों के परिजनों ने उनके साथ होने वाले घटनाक्रम पर सवाल उठाए हैं। सरफराज की बहन रुखसार ने आरोप लगाया कि उनके परिजनों को पुलिस ने गलत तरीके से उठाया है और उन्हें डर है कि उनका एनकाउंटर किया जा सकता है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सुरक्षा की गुहार लगाई है।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने अब तक मोहम्मद फहीम, मोहम्मद तालीम, मोहम्मद सरफराज, मोहम्मद हमीद और मोहम्मद अफजल नाम के पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन सभी पर हत्या, दहशत फैलाने और पुलिस पर हमले का आरोप है। पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है, और जो लोग इन आरोपियों को समर्थन दे रहे थे, उनके खिलाफ भी कठोर कदम उठाए जाएंगे।
इस प्रकार, बहराइच में हुई यह हिंसा न केवल स्थानीय सुरक्षा को चुनौती दे रही है, बल्कि यह पुलिस प्रशासन की कार्रवाई पर भी सवाल खड़े कर रही है। घटनाक्रम की पूरी जानकारी मिलते ही स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।