AIN NEWS 1 | बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का ऐलान हो चुका है, और इससे पहले MATRIZE-IANS ने एक ओपिनियन पोल जारी किया है। इस सर्वे के नतीजों ने राजनीतिक परिदृश्य में हलचल पैदा कर दी है। सर्वे के अनुसार, बिहार में एनडीए का पलड़ा भारी दिखाई दे रहा है, और जनता मुख्य रूप से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कामकाज से संतुष्ट नजर आ रही है।
ओपिनियन पोल के नतीजे: NDA और महागठबंधन की स्थिति
MATRIZE-IANS के अनुसार, 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को 150-160 सीटें मिलने की संभावना है। वहीं, महागठबंधन को 70-80 सीटें मिल सकती हैं, जबकि अन्य दलों को 9-12 सीटों पर जीत का अनुमान है। वोट शेयर की बात करें तो एनडीए को 49 प्रतिशत, महागठबंधन को 36 प्रतिशत, और अन्य दलों को 15 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना जताई गई है।
सर्वे से यह भी अनुमान लगाया गया है कि एनडीए में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर सकती है। इसके अनुसार, भाजपा को 80-85 सीटें, जेडीयू को 60-65 सीटें, हम (HAM) को 3-6 सीटें, एलजेपी (आर) को 4-6 सीटें, और आरएलएम को 1-2 सीटें मिल सकती हैं। महागठबंधन में, आरजेडी को 60-65 सीटें, कांग्रेस को 7-10 सीटें, CPI-ML को 6-9 सीटें, CPI और CPIM को 0-1 सीटें, और वीआईपी को 2-4 सीटें मिलने का अनुमान है।
बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखें और प्रक्रिया
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करते हुए बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में आयोजित होगा। पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा। मतदान के बाद मतगणना 14 नवंबर 2025 को होगी।
पहले चरण में 121 सीटों और दूसरे चरण में 122 सीटों पर मतदान होगा। बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं।
पहले चरण के लिए अधिसूचना 10 अक्टूबर को जारी होगी।
नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर है।
नामांकन पत्रों की जांच 18 अक्टूबर को होगी।
नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर है।
दूसरे चरण के लिए अधिसूचना 13 अक्टूबर को जारी होगी।
नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर
जांच की तिथि 21 अक्टूबर
नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि 23 अक्टूबर निर्धारित की गई है।
सर्वे की पद्धति और वैधता
MATRIZE-IANS का यह ओपिनियन पोल लोकतांत्रिक बातचीत पर आधारित है। सर्वे में बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों को कवर किया गया और कुल 46,862 लोगों से प्रतिक्रिया ली गई। सर्वेक्षण का समय 18 सितंबर से 5 अक्टूबर 2025 तक था।
इस सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर ±3 प्रतिशत रखा गया है। ध्यान देने योग्य बात यह है कि यह सर्वे ABP न्यूज द्वारा नहीं किया गया है, बल्कि स्वतंत्र रूप से MATRIZE-IANS ने तैयार किया है।
विश्लेषण: NDA की बढ़त और महागठबंधन के लिए चुनौती
सर्वे के आंकड़े यह स्पष्ट करते हैं कि NDA इस बार बिहार में मजबूत स्थिति में है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में उनके कार्यों की जनता में सकारात्मक धारणा है, जिससे एनडीए को चुनाव में फायदा मिलने की संभावना बढ़ गई है।
वहीं, महागठबंधन को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में एनडीए की पकड़ मजबूत होने के कारण। यदि ये अनुमान सही साबित होते हैं, तो बिहार की राजनीति में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, चुनाव में स्थानीय मुद्दे, विकास कार्यों की स्वीकार्यता और जातीय समीकरण निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। एनडीए और महागठबंधन दोनों के लिए यह चुनाव रणनीति और गठजोड़ की परीक्षा होगा।
राजनीतिक दलों की सीट वितरण संभावना
NDA में सीट अनुमान:
भाजपा: 80-85
जेडीयू: 60-65
HAM: 3-6
LJP (R): 4-6
RLM: 1-2
महागठबंधन में सीट अनुमान:
आरजेडी: 60-65
कांग्रेस: 7-10
CPI-ML: 6-9
CPI/CPIM: 0-1
VIP: 2-4
यह अनुमान दर्शाता है कि NDA की स्थिति महागठबंधन के मुकाबले अधिक मजबूत है।
चुनाव की रणनीति और जनता की भूमिका
जैसा कि सर्वे में सामने आया, जनता का मूड चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकता है। विकास कार्यों की स्वीकार्यता, रोजगार, सामाजिक सुरक्षा और नीतीश कुमार की लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए वोटर निर्णय लेंगे।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बिहार की राजनीतिक तस्वीर इस चुनाव में पूरी तरह बदल सकती है, अगर गठबंधन रणनीति और जनसंपर्क के प्रयास सही दिशा में रहें।
MATRIZE-IANS के ओपिनियन पोल से यह संकेत मिलता है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में NDA बढ़त के साथ मैदान में है, जबकि महागठबंधन को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। चुनावी प्रक्रिया शुरू होने से पहले यह सर्वे राजनीतिक दलों और जनता दोनों के लिए महत्वपूर्ण संकेत देता है।
जनता की भूमिका, राजनीतिक रणनीति और गठजोड़ की मजबूती इस चुनाव के परिणाम को तय करेंगे।