AIN NEWS 1: कर्नाटक के भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर देश में वक्फ संपत्तियों के राष्ट्रीयकरण का अनुरोध किया है। अपने पत्र में पाटिल ने निष्पक्ष प्रशासन सुनिश्चित करने और संपत्ति विवादों में हो रहे कथित अन्याय को रोकने की मांग की है।
पत्र में पाटिल ने लिखा, “मैं विनम्रतापूर्वक आपके माननीय कार्यालय से अनुरोध करता हूं कि निष्पक्ष प्रशासन सुनिश्चित करने और आगे अन्याय को रोकने के लिए वक्फ संपत्तियों का राष्ट्रीयकरण करने पर विचार करें। मौजूदा कानूनों द्वारा सशक्त वक्फ बोर्ड कथित तौर पर व्यक्तियों, किसानों और लंबे समय से चली आ रही धार्मिक संस्थाओं, जिनमें वक्फ से संबद्ध नहीं हैं, के स्वामित्व वाली संपत्तियों पर अतिक्रमण कर रहे हैं।”
वक्फ बोर्डों पर अतिक्रमण का आरोप
पाटिल ने आरोप लगाया कि वक्फ बोर्ड अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर निजी स्वामित्व वाली संपत्तियों पर कब्जा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वक्फ से संबद्ध न होने के बावजूद, कई व्यक्तियों और धार्मिक संस्थाओं की संपत्तियों पर भी कब्जा किया जा रहा है। यह न केवल निजी संपत्ति के अधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि इससे समाज में विवाद और असंतोष भी बढ़ता जा रहा है।
न्याय संगत प्रशासन की मांग
पाटिल ने अपने पत्र में आग्रह किया कि देशभर में निष्पक्ष और न्यायपूर्ण प्रशासन के लिए वक्फ संपत्तियों का राष्ट्रीयकरण आवश्यक हो गया है। उनका मानना है कि इससे न केवल संपत्ति से जुड़े विवादों को हल करने में मदद मिलेगी, बल्कि इससे किसानों और अन्य धार्मिक संगठनों की संपत्ति भी सुरक्षित रह सकेगी।
प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप की अपील
पाटिल ने प्रधानमंत्री मोदी से इस मुद्दे पर त्वरित हस्तक्षेप की अपील की है। उनका कहना है कि वक्फ संपत्तियों का राष्ट्रीयकरण करने से सरकार को इन संपत्तियों का प्रबंधन करने में सुविधा होगी और नागरिकों के संपत्ति अधिकारों की सुरक्षा की जा सकेगी।
अंतिम निष्कर्ष
पाटिल का मानना है कि अगर वक्फ संपत्तियों का राष्ट्रीयकरण होता है, तो इससे प्रशासनिक तंत्र में पारदर्शिता आएगी और देश में संपत्ति से जुड़े विवादों में कमी आएगी।