Budaun Man Offers Namaz Inside Temple Complex, Arrested After Video Goes Viral
बदायूं: मंदिर परिसर में मुस्लिम शख्स ने पढ़ी नमाज़, वीडियो वायरल होने पर हुई गिरफ्तारी
AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने लोगों को चौंका दिया। जिले के दातागंज थाना क्षेत्र के पापड़ गांव में एक मुस्लिम व्यक्ति द्वारा मंदिर परिसर में नमाज़ पढ़ने का वीडियो वायरल हो गया, जिससे स्थानीय लोगों और हिंदू संगठनों में रोष फैल गया।
यह घटना कुछ महीने पुरानी बताई जा रही है लेकिन इसका वीडियो हाल ही में सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसके बाद प्रशासन ने गंभीरता से संज्ञान लेते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या है पूरा मामला?
मामला बदायूं के पापड़ गांव का है, जहां गांव के एक मंदिर परिसर—ब्रह्मदेव मंदिर—में एक बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति द्वारा नमाज अदा करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो में वह मंदिर के प्रांगण में अकेले बैठकर नमाज पढ़ते हुए नजर आ रहा है।
वीडियो वायरल होते ही गांव और आसपास के इलाकों में चर्चा का विषय बन गया और हिंदू संगठनों में गुस्सा फैल गया। लोगों ने इसे धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ बताते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की।
आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी
वीडियो की जांच के दौरान पुलिस ने नमाज पढ़ते शख्स की पहचान की, जिसका नाम अली मोहम्मद (उम्र 60 वर्ष) बताया गया है। वह बदायूं जिले के ही डहरपुर कला गांव का रहने वाला है। पुलिस ने अली मोहम्मद को गिरफ्तार कर लिया है और उस पर धार्मिक स्थल में अनुचित कार्य करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
FIR कैसे हुई दर्ज?
स्थानीय लोगों द्वारा जब यह वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस को जानकारी दी गई, तब दातागंज थाना पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए मामला दर्ज कर लिया। एफआईआर में स्पष्ट किया गया है कि धार्मिक स्थल (मंदिर) में दूसरे धर्म की धार्मिक गतिविधि करना धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की श्रेणी में आता है।
सीओ दातागंज कृष्ण कुमार तिवारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ विधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और कानूनी प्रक्रिया चल रही है।
वीडियो कब का है?
हालांकि वीडियो लगभग 2 से 3 महीने पुराना बताया जा रहा है, लेकिन यह अभी वायरल हुआ है। इससे यह स्पष्ट होता है कि व्यक्ति का उद्देश्य शायद धार्मिक उकसावे का नहीं था, फिर भी यह मामला संवेदनशीलता की दृष्टि से अहम बन गया है।
मामले की गंभीरता और सामाजिक प्रतिक्रिया
घटना के बाद से हिंदू संगठनों ने विरोध जताते हुए इसे धार्मिक परंपराओं के उल्लंघन के रूप में देखा है। सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कुछ लोग इस कृत्य को धार्मिक सद्भाव के विरुद्ध बता रहे हैं, तो वहीं कुछ इसे अनजाने में हुई भूल कह रहे हैं।
पुलिस की अपील और जांच
पुलिस प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि कानून के तहत उचित कार्रवाई की जा रही है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इस कृत्य के पीछे कोई संगठन या उकसावा शामिल था या यह व्यक्तिगत स्तर पर हुआ निर्णय था।
कानूनी पहलू क्या कहते हैं?
भारतीय दंड संहिता की धारा 295A जैसी धाराएं ऐसे मामलों में लागू होती हैं, जहां किसी धार्मिक स्थल पर जानबूझकर ऐसा कार्य किया जाए जिससे किसी समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत हों। यदि कोर्ट में आरोपी का इरादा गलत साबित होता है, तो उसे सजा भी हो सकती है।
बदायूं की यह घटना एक संवेदनशील विषय को उजागर करती है जहां धार्मिक भावनाएं, परंपराएं और कानून आपस में टकरा सकते हैं। हालांकि आरोपी की मंशा पर अब तक कोई स्पष्ट बयान नहीं आया है, लेकिन मंदिर परिसर में नमाज अदा करना एक ऐसा मुद्दा बन गया है जो स्थानीय से लेकर राज्य स्तर तक चर्चा का विषय बन गया है। अब देखना यह है कि न्याय प्रक्रिया में आगे क्या फैसला आता है।
In a recent incident from Budaun, Uttar Pradesh, a Muslim man named Ali Mohammad was arrested after a video showing him offering namaz inside a Hindu temple complex went viral. This Budaun crime news quickly spread across social media, triggering anger among Hindu organizations. The case, involving religious sentiment and legal action, highlights rising tensions in the region.