AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बयान में स्मार्टफोन के उपयोग और नशे के खतरनाक प्रभावों पर चिंता व्यक्त की। उनका कहना है कि स्मार्टफोन का उपयोग सीमित मात्रा में ही करना चाहिए, क्योंकि इसका अनावश्यक उपयोग न केवल आंखों की रोशनी को प्रभावित करता है, बल्कि समय और श्रम की बर्बादी का भी कारण बनता है।
'स्मार्टफोन' की जितनी जरूरत हो, सिर्फ उतना ही उपयोग करिए… अनावश्यक उसका उपयोग आपकी Eye Sight को प्रभावित करता है। आपके समय व श्रम को भी खराब करता है।
'नशा' खतरनाक है। 'नशा' नाश का कारण है। जो नशे की तरफ गया, तो मानकर चलिए वह किसी लायक नहीं रह पाएगा…: #UPCM @myogiadityanath pic.twitter.com/h8WvvpP3YH
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) October 2, 2024
स्मार्टफोन का सीमित उपयोग
मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि लोगों को स्मार्टफोन का उपयोग केवल आवश्यकतानुसार करना चाहिए। यह उपकरण कई लाभ प्रदान करता है, लेकिन यदि इसका अत्यधिक उपयोग किया जाए तो यह स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। विशेष रूप से, स्मार्टफोन के लंबे समय तक उपयोग से दृष्टि में समस्या उत्पन्न हो सकती है। लगातार स्क्रीन के सामने रहने से आंखों में तनाव, सिरदर्द और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
योगी आदित्यनाथ ने नागरिकों से अपील की कि वे स्मार्टफोन का उपयोग समझदारी से करें और उसे अपनी जीवनशैली का एक अभिन्न हिस्सा बनाने से बचें। उन्होंने कहा कि यह आवश्यक है कि लोग अपनी आंखों और स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए संतुलित तरीके से तकनीक का उपयोग करें।
नशे का दुष्प्रभाव
मुख्यमंत्री ने नशे की समस्या पर भी गंभीरता से चर्चा की। उन्होंने कहा कि नशा समाज के लिए एक बड़ा खतरा है और यह नाश का कारण बनता है। जो लोग नशे के रास्ते पर चल पड़ते हैं, वे अक्सर अपने जीवन में किसी भी सकारात्मक उपलब्धि को हासिल नहीं कर पाते।
नशे के सेवन से व्यक्ति की मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। यह न केवल व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित करता है, बल्कि परिवार और समाज पर भी इसका दुष्प्रभाव पड़ता है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नशे की लत से मुक्त होना जरूरी है, ताकि युवा पीढ़ी सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ सके।
नशे के खिलाफ जागरूकता
मुख्यमंत्री ने युवाओं से अपील की कि वे नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाएं और एक स्वस्थ जीवनशैली को अपनाएं। उन्होंने कहा कि समाज में नशे के खिलाफ एक सामूहिक लड़ाई की आवश्यकता है, ताकि युवा पीढ़ी को नशे के दुष्प्रभावों से बचाया जा सके।
योगी आदित्यनाथ ने यह भी बताया कि सरकार नशे की समस्या से निपटने के लिए विभिन्न कार्यक्रम चला रही है, ताकि लोगों को नशे के खतरों के प्रति जागरूक किया जा सके।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह चेतावनी हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि हम अपनी जीवनशैली को कैसे प्रबंधित कर रहे हैं। स्मार्टफोन का विवेकपूर्ण उपयोग और नशे से बचना न केवल हमारे व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, बल्कि हमारे समाज और भविष्य के लिए भी अनिवार्य है।
इस प्रकार, हमें अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए आधुनिक तकनीक का सही तरीके से उपयोग करना चाहिए और नशे के दुष्प्रभावों से दूर रहना चाहिए।