AIN NEWS 1 | राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक बार फिर महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
4 अगस्त 2025 की सुबह, तमिलनाडु से कांग्रेस सांसद आर. सुधा रामकृष्णन उस वक्त अपराध का शिकार हो गईं जब वह चाणक्यपुरी इलाके में मॉर्निंग वॉक कर रही थीं। कुछ बाइक सवार बदमाशों ने उनकी सोने की चेन लूट ली और मौके से फरार हो गए।
इस घटना ने राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिया है, खासकर तब जब यह वारदात सुबह के समय और वीआईपी इलाक़े में हुई है। सांसद को इस झड़प में चोटें भी आई हैं, और उन्होंने खुद गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर न्याय की मांग की है।
घटना का पूरा विवरण: जब सांसद बनीं लूट की शिकार
सांसद आर. सुधा, जो तमिलनाडु के मयिलादुथुराई से लोकसभा सांसद हैं, रोज़ की तरह सुबह सैर पर निकली थीं।
यह घटना तब घटी जब वह तमिलनाडु भवन के पास टहल रही थीं। इस दौरान दो बाइक सवार बदमाशों ने तेजी से पास आकर उनकी चेन खींच ली।
उन्होंने खुद को बचाने की कोशिश की, जिससे धक्का-मुक्की हुई और वह ज़मीन पर गिर पड़ीं। इस दौरान उन्हें हाथ, कंधे और पैर पर चोटें आईं।
लूट के बाद बदमाश तेज़ी से फरार हो गए।
सांसद ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा
सांसद आर. सुधा ने गृह मंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में कहा है कि यह घटना चाणक्यपुरी में पोलैंड दूतावास के पास हुई। उन्होंने बताया कि उनके साथ हुई यह वारदात सिर्फ व्यक्तिगत नहीं बल्कि महिला सुरक्षा का एक गंभीर मामला है।
उन्होंने गृह मंत्री से अपील की है कि:
इस मामले की गंभीरता से जांच हो।
बदमाशों की तुरंत गिरफ्तारी के निर्देश दिए जाएं।
राजधानी में मॉर्निंग वॉक या सामान्य दिनचर्या में निकले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
दिल्ली पुलिस ने दर्ज किया केस, जांच शुरू
दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज खंगालने का काम शुरू कर दिया है।
पुलिस का कहना है कि उन्हें लूट की पुष्टि मिल गई है और टीमें बदमाशों की तलाश में जुट गई हैं। हालांकि अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
राजनीतिक हलकों में मचा बवाल: आप ने उठाए सवाल
आम आदमी पार्टी (AAP) ने इस घटना को लेकर बीजेपी सरकार और दिल्ली पुलिस पर निशाना साधा है।
AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा:
“दिल्ली में यह कोई नई बात नहीं है। चेन और मोबाइल स्नैचिंग अब इतनी आम हो गई है कि लोग FIR भी दर्ज नहीं करवाते।”
उन्होंने यह भी कहा कि सुबह 6 बजे जब एक महिला सांसद लूट की शिकार हो सकती हैं, तो आम महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति क्या होगी?
“पुलिस नहीं करती कार्रवाई, FIR बेकार की कवायद बन गई है” – AAP
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि:
दिल्ली पुलिस में हज़ारों पद खाली हैं, लेकिन सरकार भर्ती नहीं कर रही।
जो पुलिसकर्मी हैं भी, वे VIP सिक्योरिटी और आप नेताओं को निशाना बनाने में लगे हुए हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस का राजनीतिकरण हो चुका है, और उनकी पोस्टिंग भी अब राजनीतिक वफादारी के आधार पर की जाती है।
“दिल्ली की महिलाएं जानती हैं, चेन पहनना खतरे से खाली नहीं”
सौरभ भारद्वाज ने आगे लिखा:
“दिल्ली की महिलाएं अब मॉर्निंग वॉक पर चेन पहन कर नहीं निकलतीं। उन्हें पता है कि चैन से जीना है तो चेन घर रखिए। शायद सांसद जी को दिल्ली की स्थिति का अंदाज़ा नहीं था क्योंकि वह तमिलनाडु से हैं।”
उन्होंने यह बात दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताने के लिए कही।
बढ़ते अपराध पर उठते सवाल
यह घटना सिर्फ एक सांसद के साथ हुई लूट तक सीमित नहीं है, बल्कि यह दर्शाती है कि दिल्ली में:
सार्वजनिक स्थानों पर भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं।
अपराधी बेखौफ होकर VIP इलाकों में वारदातें कर रहे हैं।
पुलिस की रिपोर्टिंग और कार्रवाई की प्रक्रिया पर लोगों का विश्वास कमजोर हुआ है।
जरूरत है कड़ी कार्रवाई और जवाबदेही की
यह घटना राजधानी की खुफिया और सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलती है।
सिर्फ एफआईआर और फुटेज देखना अब पर्याप्त नहीं है, बल्कि:
अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी हो।
महिलाओं की सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा के लिए विशेष गश्त और टीमों की तैनाती हो।
पुलिस विभाग में रिक्त पदों पर भर्ती और जवाबदेही प्रणाली को मजबूत किया जाए।
In a shocking incident in New Delhi, Congress MP R. Sudha Ramakrishnan from Tamil Nadu became a victim of chain snatching while on a morning walk near Chanakyapuri on August 4, 2025. The gold chain was snatched by bike-borne miscreants, and the MP sustained injuries during the struggle. The incident has triggered massive outrage over women’s safety in Delhi and raised concerns about the effectiveness of the Delhi Police. The MP has written to Home Minister Amit Shah, demanding swift action. AAP leaders criticized the law and order situation, calling it a result of the politicization of police and lack of proper recruitment.



















