Delhi Building Collapse in Seelampur: 4 Dead, Several Trapped Under Debris
दिल्ली के सीलमपुर में चार मंजिला इमारत भरभराकर गिरी, 4 की मौत, कई अब भी मलबे में दबे
AIN NEWS 1: दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाके सीलमपुर में शनिवार सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। जनता कॉलोनी की गली नंबर 5 में स्थित एक चार मंजिला इमारत अचानक भरभराकर गिर गई, जिससे इलाके में अफरातफरी मच गई। इस घटना में अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई अन्य के मलबे में दबे होने की आशंका है।
हादसा कैसे हुआ?
पुलिस के मुताबिक, सुबह करीब 7:04 बजे वेलकम इलाके से एक कॉल आई जिसमें सूचना दी गई कि एक चार मंजिला इमारत गिर गई है। मौके पर पहुंचने पर पुलिस ने देखा कि इमारत की ऊपरी तीन मंजिलें पूरी तरह जमींदोज हो चुकी थीं।
स्थानीय लोगों के अनुसार, हादसा उस वक्त हुआ जब ज्यादातर लोग सो रहे थे। अचानक जोरदार धमाका हुआ और पूरी बिल्डिंग भरभरा कर गिर गई। आसपास के मकानों में भी कंपन महसूस किया गया।
राहत और बचाव कार्य जारी
जैसे ही हादसे की सूचना मिली, पुलिस, दमकल विभाग और एनडीआरएफ की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं। मलबा हटाने का काम तेजी से शुरू किया गया। स्थानीय लोग भी बचाव कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। अब तक 8 लोगों को मलबे से सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है।
इनमें से सात घायलों को जेपीसी अस्पताल और एक को जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एनडीआरएफ और दिल्ली पुलिस के अधिकारी लगातार मौके पर डटे हुए हैं।
चार लोगों की मौत की पुष्टि
फिलहाल चार लोगों की मौत की खबर सामने आई है, जिनमें एक महिला और एक पुरुष शामिल हैं। हालांकि पुलिस ने अभी तक आधिकारिक रूप से सभी मृतकों की पुष्टि नहीं की है, लेकिन घटनास्थल पर मौजूद अधिकारियों ने बताया कि राहत कार्य के दौरान दो शव निकाले गए हैं और शेष की तलाश जारी है।
इमारत की स्थिति और पड़ोसी को हुआ नुकसान
पुलिस जांच में सामने आया है कि गिरने वाली इमारत ‘मतलूफ’ नामक व्यक्ति की थी। इसके ठीक सामने वाली एक और इमारत को भी इस हादसे में नुकसान पहुंचा है। पास ही रहने वाले अनीस अहमद अंसारी ने बताया, “हम लोग सो रहे थे, तभी अचानक जोरदार आवाज आई। हमारी बगल की बिल्डिंग गिर गई और मलबा हमारे घर पर आ गिरा। बिजली चली गई और अफरा-तफरी मच गई।”
उन्होंने बताया कि 4-5 लोग अब भी मलबे में दबे हो सकते हैं। स्थिति काफी गंभीर है और रेस्क्यू ऑपरेशन पूरी ताकत से चलाया जा रहा है।
मलबे से निकाले गए लोगों की पहचान
अब तक जिन लोगों को मलबे से बाहर निकाला गया है, उनके नाम निम्नलिखित हैं:
1. परवेज (32) – पिता अब्दुल
2. नावेद (19) – पिता अब्दुल
3. सिजा (21) – पत्नी परवेज
4. दीपा (56) – पत्नी गोविंद
5. गोविंद (60) – पुत्र राम चरण
6. रवि कश्यप (27) – पुत्र राम चरण
7. ज्योति (27) – पत्नी रवि कश्यप
8. अहमद (14 महीने) – पुत्र परवेज
इनमें से कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है।
एक और हादसा, आजाद मार्केट में भी गिरी थी इमारत
दिल्ली में बिल्डिंग गिरने की यह दूसरी घटना है। इससे एक दिन पहले आजाद मार्केट इलाके में मेट्रो कॉरिडोर के टनल निर्माण कार्य के दौरान एक जर्जर इमारत गिर गई थी। इस हादसे में 45 वर्षीय मनोज शर्मा की मौत हो गई थी।
इस मामले में बाड़ा हिंदूराव थाने में लापरवाही से मौत का केस दर्ज किया गया है। दिल्ली मेट्रो की ओर से मनोज शर्मा के परिवार को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया गया है। साथ ही, घटना की आंतरिक जांच भी शुरू कर दी गई है।
क्यों हो रहे हैं बार-बार ऐसे हादसे?
दिल्ली में कई इलाकों में पुरानी, जर्जर और बिना अनुमति के बनी इमारतें बड़ी संख्या में मौजूद हैं। इन पर अक्सर न तो समय पर मरम्मत होती है और न ही निर्माण के मानकों का पालन किया जाता है। प्रशासन की ओर से समय-समय पर नोटिस तो जारी होते हैं, लेकिन कार्रवाई या तो देर से होती है या होती ही नहीं।
सीलमपुर जैसे घनी आबादी वाले इलाकों में मकानों की हालत अक्सर बेहद खराब होती है। ऐसे में बरसात या हल्के झटकों से भी वे ढहने लगते हैं।
प्रशासन के लिए चेतावनी
यह हादसा प्रशासन के लिए एक चेतावनी है कि अब समय रहते कार्रवाई की जाए। इमारतों की सुरक्षा जांच हो, अवैध निर्माणों पर रोक लगे और लोगों को जागरूक किया जाए। वरना ऐसे हादसे दोहराते रहेंगे और बेकसूर लोग जान गंवाते रहेंगे।
अगर आप दिल्ली के ऐसे पुराने इलाकों में रहते हैं जहां मकान पुराने हैं, तो सतर्क रहें। कोई भी दरार या कंपन महसूस होने पर तुरंत संबंधित विभाग को सूचित करें।
A tragic incident occurred in Delhi’s Seelampur area where a four-storey building collapsed, resulting in the death of four individuals and injuries to several others. The Delhi building collapse has sparked major rescue efforts by the NDRF, police, and fire department. The accident in Seelampur highlights the growing concern around aging infrastructure and unauthorized constructions in densely populated regions of Delhi.