AIN NEWS 1: दिल्ली के मुख्यमंत्री अतिशी ने भाजपा के विधायकों के साथ हुई बैठक के बाद एक प्रेस वार्ता में कहा कि भाजपा के विधायकों ने कल मुझसे मिलने का समय मांगा था। हमने उन्हें बस मार्शलों के मुद्दे के बारे में समझाया कि यह एक सेवा संबंधी मामला है, जो उपराज्यपाल के अधीन आता है।
#WATCH | Delhi CM Atishi says, " BJP MLAs have asked for time to meet me yesterday, we met them and explained to them about the issue (of Bus marshals) that it comes under service matters that come under the LG… Today, the BJP got exposed that because our entire cabinet was… pic.twitter.com/ER7QHiXj3g
— ANI (@ANI) October 5, 2024
बैठक में क्या हुआ?
अतिशी ने बताया कि भाजपा के सभी विधायकों के साथ हमारी एक आपातकालीन कैबिनेट बैठक हुई। इस बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि निर्णय लेना हमारे अधिकार क्षेत्र में है। अतिशी ने कहा, “भाजपा को उपराज्यपाल से यह मांग करनी चाहिए कि वो उन मुद्दों पर निर्णय लें जो उनके क्षेत्र में आते हैं, लेकिन वे इसके लिए तैयार नहीं हैं।”
भाजपा की राजनीति पर कटाक्ष
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा, “हमने विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें बस मार्शलों और नागरिक रक्षा स्वयंसेवकों को नियमित करने का फैसला लिया गया। यह प्रस्ताव अब हमारे पास है और इसे हमने हस्ताक्षरित किया है।”
बस मार्शलों का भविष्य
उन्होंने स्पष्ट किया कि बस मार्शलों और नागरिक रक्षा स्वयंसेवकों को नियमित करने का कार्य पूरा हो चुका है। अब भाजपा की जिम्मेदारी है कि वे इन्हें नियमित करें और उन्हें नियुक्ति पत्र जारी करें। अतिशी ने कहा, “यह बस मार्शलों के प्रति एक विश्वासघात है कि भाजपा अभी भी इस मामले में टाल-मटोल कर रही है।”
निष्कर्ष
अतिशी ने भाजपा से अपील की कि उन्हें राजनीति करने की बजाय बस मार्शलों की भलाई के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि हमारी सरकार अपने फैसलों को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है और हमें उम्मीद है कि भाजपा इस मुद्दे पर सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाएगी।
इस प्रकार, मुख्यमंत्री अतिशी ने स्पष्ट रूप से कहा कि दिल्ली सरकार बस मार्शलों के अधिकारों की रक्षा के लिए दृढ़ है और इस मुद्दे पर किसी भी प्रकार की राजनीति को बर्दाश्त नहीं करेगी।