Delhi AIMIM Chief Shoaib Jamai’s Big Statement on Eid Namaz on Roads
दिल्ली में ईद की नमाज को लेकर सियासत गर्म, शोएब जमई का बड़ा बयान
AIN NEWS 1: ईद के मौके पर सड़कों पर नमाज पढ़ने को लेकर दिल्ली में सियासी माहौल गरमा गया है। AIMIM दिल्ली के अध्यक्ष डॉ. शोएब जमई ने इस मुद्दे पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बीजेपी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर मस्जिदों में जगह कम पड़ी तो सड़कों पर नमाज अदा की जाएगी।
क्या कहा शोएब जमई ने?
शोएब जमई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि बीजेपी के कुछ नेता दिल्ली में ईद की नमाज को लेकर गलत बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “यह दिल्ली है, संभल या मेरठ नहीं। यहां ईद की नमाज भी होगी, और अगर मस्जिद में जगह नहीं मिलेगी, तो सड़क पर भी होगी।”
उन्होंने आगे कहा कि अगर कांवड़ यात्रा के दौरान मुख्य सड़कें घंटों तक बंद हो सकती हैं, तो ईद की नमाज के लिए 15 मिनट की अनुमति क्यों नहीं दी जा सकती? यह व्यवस्था प्रशासन की जिम्मेदारी है।
बीजेपी पर तीखा हमला
शोएब जमई ने बीजेपी नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उनकी आदत बन गई है कि वे मुस्लिमों के खिलाफ बयानबाजी करें। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री से अपील की कि वह बीजेपी नेताओं को समझाएं कि वे इस तरह की बयानबाजी न करें।
सड़कों पर नमाज का मुद्दा क्यों उठा?
हर साल ईद पर देशभर में लाखों मुसलमान सामूहिक रूप से नमाज अदा करते हैं। कई बार मस्जिदों और ईदगाहों में जगह कम पड़ जाती है, जिससे लोग सड़कों पर नमाज पढ़ते हैं। इस साल भी यह मुद्दा गरमाया हुआ है, खासकर दिल्ली में, जहां बीजेपी और AIMIM के बीच इस पर बयानबाजी हो रही है।
सरकार और प्रशासन की भूमिका
इस पूरे मामले में प्रशासन का कहना है कि किसी भी सार्वजनिक स्थल पर नमाज, जुलूस या कोई अन्य धार्मिक आयोजन करने के लिए पहले से अनुमति लेनी जरूरी है। हालांकि, AIMIM नेताओं का कहना है कि जब अन्य धार्मिक आयोजनों के लिए छूट दी जाती है, तो ईद की नमाज के लिए भी कुछ समय की अनुमति मिलनी चाहिए।
दिल्ली में ईद की नमाज को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। AIMIM के शोएब जमई के बयान ने इसे और ज्यादा तूल दे दिया है। अब देखना होगा कि प्रशासन क्या फैसला लेता है और बीजेपी इस पर क्या रुख अपनाती है।
The controversy over Eid Namaz in Delhi has escalated as AIMIM Delhi chief Shoaib Jamai made a strong statement. He asserted that if mosques have insufficient space, prayers will be offered on roads. This has led to a political clash between AIMIM and BJP, with Jamai criticizing BJP leaders for their remarks. The Eid Namaz controversy in Delhi has raised questions about public space usage for religious activities and the role of law enforcement in managing such events. This issue highlights the ongoing political and religious debates in India regarding equal treatment of religious practices in public spaces.