तौकीर रजा, मदनी और ओवैसी पर कड़ा हमला, कहा- “उनके बाप-दादा पाकिस्तान बना चुके हैं, अब हम डरने वाले नहीं”
AIN NEWS 1: शिवशक्ति धाम डासना (उत्तर प्रदेश) – दिल्ली पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस ने आज शिवशक्ति धाम डासना में एक बड़ा कदम उठाते हुए महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी और उनके अनुयायियों को नजरबंद कर दिया। इसके लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। इस घटनाक्रम के दौरान, महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी और उनके शिष्यगण मंदिर के अंदर ही हनुमान चालीसा का पाठ करते रहे, जो एक घंटे से अधिक समय तक चला।
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “तौकीर रजा, मदनी और ओवैसी जैसे लोग हमारी सज्जनता को कमजोरी समझते हैं, लेकिन उन्हें यह समझना चाहिए कि हम डरने वाले नहीं हैं। अगर वे हमें डराने के लिए भीड़ जुटा सकते हैं, तो हम भी उनके सामने खड़े होकर अपनी जान की बाजी लगाने के लिए तैयार हैं। हम किसी भी कीमत पर उनके सामने झुकने वाले नहीं हैं।”
पाकिस्तान के बनवाने वालों को दी चुनौती
महामंडलेश्वर जी ने आगे कहा कि तौकीर रजा, मदनी और ओवैसी जैसे लोग यह नहीं समझ सकते कि उनके बाप-दादाओं ने अपने हिस्से की ज़मीन लेकर पाकिस्तान बना दिया था। अब जो वे वक्फ के नाम पर गुंडागर्दी कर रहे हैं, वह उनकी असलियत को उजागर कर रहा है। यति नरसिंहानंद गिरी जी ने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह की गतिविधियों से वे खुद को और अपने समुदाय को शर्मिंदा कर रहे हैं, और अब दुनिया को इस्लाम की सच्चाई सामने लाकर रहेंगे।
सम्भल में पथराव को बताया डर का संकेत
महामंडलेश्वर जी ने सम्भल में हाल ही में हुए पथराव की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि ये लोग अपनी सच्चाई को उजागर होते हुए देखकर घबराए हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह पथराव उन लोगों का डर है जो जानते हैं कि दुनिया भर में मस्जिदें दूसरे धर्मों के धर्मस्थलों को तोड़कर बनाई गई थीं, और इसका सबसे बड़ा उदाहरण मक्का की मस्जिद है, जो सनातन धर्म के देवताओं और देवियों के मंदिरों को तोड़कर बनाई गई थी।
सच्चाई सामने लाने की कसम
महामंडलेश्वर जी ने कहा, “हम इस्लाम की काली सच्चाई को दुनिया के सामने लाकर रहेंगे। चाहे जो भी हो, हम डरने वाले नहीं हैं और हम अपनी आवाज़ को पूरी दुनिया तक पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह लड़ाई सिर्फ हमारे धर्म की नहीं, बल्कि पूरे देश और दुनिया की सच्चाई की है।”
दिल्ली में रामलीला मैदान में जुटे साधु-संत और हिंदू संगठन
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी के आह्वान पर आज दिल्ली के रामलीला मैदान में कई साधु-संत और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता एकत्र हुए। इस मौके पर उन्होंने एकजुटता और हिंदू धर्म की रक्षा के लिए अपनी शक्ति और समर्थन का प्रदर्शन किया।
शिवशक्ति धाम डासना में भक्तों की उपस्थिति
शिवशक्ति धाम डासना में आयोजित इस कार्यक्रम में महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी के साथ कई प्रमुख भक्त और साधु-संत उपस्थित थे। इनमें अनिल यादव, धीरज नागर, डॉ. उदिता त्यागी, वेद नागर, यति रामस्वरूपानंद जी, यति निर्भयानंद जी, यति रणसिंहानंद जी, यति माँ आस्थामयी, यति परमात्मानंद जी, मोहित बजरंगी, सनोज शास्त्री, चहन सिंह बालियान, सचिन सिरोही, सुनील दत्त शर्मा, जितेंद्र गुर्जर, बॉबी त्यागी और अन्य भक्तगण शामिल थे।
इस कार्यक्रम में यति नरसिंहानंद गिरी जी के समर्थकों ने पूरी ताकत से यह संदेश दिया कि वे अपने धर्म और आस्था की रक्षा के लिए किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।
नजरबंदी का कारण
शिवशक्ति धाम डासना में हुए इस घटनाक्रम का मुख्य कारण था, जब पुलिस ने महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी और उनके अनुयायियों को दिल्ली में होने वाले विरोध प्रदर्शन में शामिल होने से रोकने के लिए उन्हें नजरबंद किया। पुलिस ने यह कदम इस आशंका के चलते उठाया कि यह विरोध प्रदर्शन सांप्रदायिक हिंसा का रूप ले सकता है। हालांकि, यति नरसिंहानंद गिरी जी और उनके शिष्यों ने इस कार्रवाई का विरोध किया और मंदिर में ही हनुमान चालीसा का पाठ करके अपना विरोध जताया।
कुल मिलाकर
इस घटनाक्रम ने एक बार फिर से धार्मिक और राजनीतिक तनाव को हवा दी है, जो देश की आंतरिक सुरक्षा और सांप्रदायिक सौहार्द के लिए चिंता का विषय बन सकता है। वहीं, यति नरसिंहानंद गिरी जी और उनके समर्थकों का कहना है कि वे अपनी धर्म की रक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं और किसी भी प्रकार की धमकी से डरने वाले नहीं हैं।
अब देखना यह होगा कि भविष्य में इस तरह के विवादों का हल कैसे निकलता है और क्या कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सरकार कोई ठोस कदम उठाती है।