AIN NEWS 1: दिल्ली-NCR में शुक्रवार की सुबह भारी बारिश और आंधी ने कहर बरपा दिया। कई इलाकों में जलभराव, बिजली कटौती, ट्रैफिक जाम और जानमाल का नुकसान हुआ। इस खराब मौसम की वजह से द्वारका इलाके में एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई। मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी करते हुए लोगों को घर में ही रहने की सलाह दी है। इस प्राकृतिक आपदा के बीच राजनीति भी गर्मा गई है।
जलजमाव से शहर बेहाल
बारिश के बाद राजधानी के कई हिस्सों में सड़कों पर पानी भर गया। मुख्य मार्गों पर जाम की स्थिति बन गई, जिससे लोगों को ऑफिस और अन्य जरूरी कार्यों के लिए निकलने में भारी दिक्कतें हुईं। कई इलाकों में गाड़ियां जलभराव में बंद हो गईं और ट्रैफिक घंटों तक थमा रहा।
द्वारका में पेड़ गिरने से चार की मौत
द्वारका के खरखड़ी नाहर गांव में एक दर्दनाक हादसे में पेड़ गिरने से एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस घटना पर शोक जताते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
बिजली संकट: कई इलाके 12 घंटे तक अंधेरे में
आंधी-तूफान और तेज बारिश के कारण दिल्ली के कई इलाकों में बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई। आम आदमी पार्टी की नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने आरोप लगाया कि दिल्ली के कई इलाकों में 10-12 घंटे से बिजली नहीं है। उन्होंने कहा कि बीजेपी की ‘चार इंजन’ सरकार ने दिल्ली की बिजली-पानी-सीवर व्यवस्था को सिर्फ दो महीने में पूरी तरह से बर्बाद कर दिया।
उड़ानों और मेट्रो पर असर
खराब मौसम का असर हवाई यातायात पर भी पड़ा। दिल्ली एयरपोर्ट पर तीन फ्लाइट्स को डायवर्ट किया गया – दो को जयपुर और एक को अहमदाबाद भेजा गया। इसके अलावा 100 से ज्यादा फ्लाइट्स में देरी हुई। दिल्ली मेट्रो की मैजेंटा लाइन पर भी सेवाएं प्रभावित हुईं, विशेषकर सदर बाजार से टर्मिनल 1 इंदिरा गांधी एयरपोर्ट रूट पर।
दमकल विभाग को 98 कॉल्स
तेज बारिश और आंधी के दौरान दिल्ली फायर सर्विस को कुल 98 कॉल्स प्राप्त हुईं, जिनमें अधिकतर कॉल्स पेड़ गिरने और अन्य नुकसान से संबंधित थीं। इससे साफ है कि शहर की इंफ्रास्ट्रक्चर इस आपदा के लिए तैयार नहीं थी।
राजनीति गरमाई, आरोप-प्रत्यारोप तेज
बारिश के बाद की स्थिति पर दिल्ली की राजनीति में भी घमासान शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस बारिश को ‘सिस्टम के लिए अलार्म’ बताया और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि आज की सरकार “जनता की सरकार” है और प्रशासन एक मिनट भी खाली नहीं बैठने वाला।
वहीं, आप नेता गोपाल राय ने लिखा, “दिल्ली सरकार को भाजपा के चार इंजन चला रहे हैं, फिर भी थोड़ी सी बारिश में सारी सड़कें डूब गईं। यह दिल्ली की सरकार की लाचारी को दिखाता है।”
पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बीजेपी सरकार पर हमला करते हुए लिखा, “सभी इंजन और उनके कलपुर्जे सिर्फ अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बोलने में लगे हैं, दिल्ली का हाल तो भगवान भरोसे है।”
आप पार्टी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “दिल्ली को बर्बाद करने में बीजेपी की सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। हल्की बारिश में ही सड़कें नदियों में तब्दील हो गईं।”
दिल्लीवासियों को सलाह
मौसम विभाग ने आने वाले कुछ घंटों तक और भारी बारिश की चेतावनी दी है। दिल्लीवासियों को घर में ही रहने की सलाह दी गई है और खिड़कियों-दरवाजों को बंद रखने का आग्रह किया गया है। प्रशासन की ओर से राहत कार्य तेज कर दिए गए हैं।
निचले इलाकों में सबसे ज्यादा असर
दिल्ली के निचले इलाकों जैसे मादीपुर, नजफगढ़, उत्तम नगर, संगम विहार, ओखला और करावल नगर में जलभराव की स्थिति सबसे ज्यादा गंभीर रही। कई स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है और सरकारी दफ्तरों में उपस्थिति कम रही।
दिल्ली की भारी बारिश ने एक बार फिर राजधानी की व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जल निकासी व्यवस्था की विफलता, बिजली आपूर्ति में समस्या और ट्रैफिक अव्यवस्था ने यह दिखा दिया है कि प्रशासन और नगर निगमों को आपात स्थिति से निपटने की तैयारी करनी होगी। साथ ही, इस मुद्दे पर राजनीति से ऊपर उठकर एकजुट होकर समाधान तलाशना जरूरी है।
Heavy rains in Delhi-NCR have caused widespread chaos, including severe waterlogging, power outages lasting up to 12 hours, and tragic deaths due to falling trees in Dwarka. The Delhi weather crisis has triggered political blame games between the BJP-led government and Aam Aadmi Party leaders. As thunderstorm alerts continue, flight delays and metro disruptions worsen the situation. Stay updated with the latest Delhi rains live news.