AIN NEWS 1 : दिल्ली वक्फ बोर्ड ने 17 महीनों से रुकी हुई इमामों और मुअज्जिनों की सैलरी में से 6 महीनों का भुगतान कर दिया है। यह खबर उन 240 इमामों और मुअज्जिनों के लिए राहत लेकर आई है, जो लंबे समय से वेतन का इंतजार कर रहे थे। दिल्ली वक्फ बोर्ड, जो दिल्ली सरकार के अंतर्गत आता है, ने आश्वासन दिया है कि बाकी बचे महीनों का भुगतान भी जल्द किया जाएगा।
17 महीनों से रुका था वेतन
दिल्ली वक्फ बोर्ड के अंतर्गत 185 इमाम और 65 मुअज्जिन आते हैं। इन सभी को वक्फ बोर्ड के माध्यम से वेतन दिया जाता है। पिछले 17 महीनों से वेतन न मिलने की वजह से इमाम और मुअज्जिन आर्थिक संकट का सामना कर रहे थे। इस दौरान इमामों ने कई बार दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन भी किया था।
6 महीनों की सैलरी जारी, बाकी का भुगतान जल्द
वक्फ बोर्ड ने फिलहाल 6 महीनों का भुगतान किया है और बताया है कि शेष महीनों का वेतन भी जल्द जारी किया जाएगा। यह कदम उस समय उठाया गया है जब इस मुद्दे ने राजनीतिक रंग ले लिया था।
इमामों और मुअज्जिनों की सैलरी
दिल्ली सरकार ने इमामों और मुअज्जिनों की सैलरी में पहले भी बढ़ोतरी की थी। शुरुआत में इमामों को 10,000 रुपये और मुअज्जिनों को 9,000 रुपये वेतन मिलता था। अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री रहते हुए यह सैलरी बढ़ाकर क्रमशः 18,000 रुपये और 16,000 रुपये कर दी गई।
240 मस्जिदों के कर्मचारियों को लाभ
दिल्ली की 240 मस्जिदों में काम करने वाले इमाम और मुअज्जिन वक्फ बोर्ड से वेतन पाते हैं। इनमें से 185 इमाम और 65 मुअज्जिन शामिल हैं। हाल ही में हुए भुगतान ने उनके जीवन में थोड़ी राहत दी है, और उम्मीद है कि जल्द ही बकाया वेतन भी उन्हें मिलेगा।
आर्थिक संकट के बीच राहत
लंबे समय से रुकी सैलरी के कारण इमाम और मुअज्जिन गंभीर आर्थिक परेशानियों का सामना कर रहे थे। अब जब 6 महीनों का भुगतान हुआ है, तो यह उनके लिए एक सकारात्मक शुरुआत है। वक्फ बोर्ड ने विश्वास दिलाया है कि सभी बकाया वेतन जल्द ही चुकाया जाएगा।
यह कदम दिल्ली सरकार और वक्फ बोर्ड द्वारा समस्या के समाधान की दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण प्रयास है।