दिन पर दिन बढ़ते प्रदूषण की वजह से लोगो को काफी ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. हवा में घुले जहर से सांस रोगियों की हालत काफी ज्यादा बिगड़ रही है वही आपको बता दे कि यूपी के गाजियाबाद में बुधवार को सरकारी अस्पतालों के वाह्य रोगी विभाग मे एक हजार से अधिक सासं रोगी पहुंचे। इनमें 300 से अधिक मरीजो की हालत इतनी ज्यादा खराब थी कि सांस लेने में काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. डॉक्टर ऐसे मरीजों की दवा की डोज बढ़ा रहे है। जिला अस्पताल में रोज नैबुलाइजर से दवा दी जा रही है। आपको बता दे कि जिला एमएमजी और संयुक्त अस्पताल की ओपीडी में बुधवार को कुल तीन हजार मरीज आए। वही बता दे आपको को सामुदायिक अस्पताल स्वास्थ्य केंद्र, लोनी के संयुक्त अस्पताल समेत सभी सरकारी अस्पताल समेत सभी सरकारी अस्पातलों में सात हजार मरीजों की ओपीडी रही साथ ही इस तरह के कुल दस हजार मरीज अस्पताल मे आए
सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधार ने दी जानकारी
बता दे इस मामले में सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधार का कहना है कि वायु प्रदूषण बढ़ने के बाद ओपीडी में दस फीसदी मरीज सांस के आ रहे हैं। इनमें आधे से ज्यादा पुराने मरीज हैं। कई ऐसे हैं जिन्होंने आराम मिलने पर दवा बंद कर दी थी, अब उनकी दवा फिर से शुरू की गई है। जिला अस्पताल के सीएमएम डॉ. मनोज • चतुर्वेदी ने बताया कि सांस के । रोगियों की तकलीफ बढ़ गई है। ऐसे में दवा की डोज बढ़ानी पड़ रही है। 1 बुजुर्गों को नैबुलाइजर से दवा दी जा रही है।साथ ही बता दे अपको शहर का वायु गुणवत्ता सूचकाकं यानी की एक्यूआईव लगातार 12 दिन से खराब श्रेणी में दर्ज किया जा रहा है वही बुधवार को शहर का एक्यूआई सबसे ज्यादा खराब श्रेणी मे रहा 254 के पार रहा और वही हवा मे पीएम 2.5 अति सूक्ष्य कण 237 और पीएम 10 सूक्ष्य कण 146 दर्ज किया गया।