Ghaziabad Akbar-Sonika Case: Interfaith Elopement Sparks Hindu Group Violence and Police Action
गाजियाबाद में अंतरधार्मिक प्रेम विवाह पर बवाल: सोनिका को लेकर भागा अकबर, हिंसा, गिरफ्तारी और बढ़ता तनाव
AIN NEWS 1: गाजियाबाद के इंदिरापुरम क्षेत्र के न्यायखंड इलाके में रहने वाला अकबर नामक युवक जनसेवा केंद्र चलाता था। उसी क्षेत्र में सोनिका नाम की एक युवती ब्यूटी पार्लर चलाती थी। दोनों पड़ोसी थे और रोजमर्रा की मुलाकातों ने धीरे-धीरे दोस्ती और फिर प्रेम में बदल दी।
स्थानीय लोगों की मानें तो दोनों करीब एक साल से एक-दूसरे को जानते थे और चुपचाप प्रेम संबंध में थे। इस प्रेम संबंध की जानकारी कुछ नजदीकी दोस्तों और सहकर्मियों को थी, लेकिन परिवारों को इसकी भनक नहीं थी।
स्थानीय निवासी विजय शर्मा का कहना है:
“हमने कई बार दोनों को एक-दूसरे के यहां आते-जाते देखा, लेकिन कभी सोचा नहीं था कि ये मामला इतना बड़ा बवाल बन जाएगा।”
2. कोर्ट मैरिज और घरवालों का विरोध
कुछ दिन पहले दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली। अकबर और सोनिका दोनों बालिग हैं, और कानूनन वे अपने निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं। लेकिन इस शादी की खबर जैसे ही सोनिका के परिवार तक पहुँची, तो हंगामा खड़ा हो गया।
परिवार ने इंदिरापुरम थाने में तहरीर दी कि उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर भगा लिया गया है और उसका जबरन धर्म परिवर्तन करवाया गया है। आरोपों में यह भी जोड़ा गया कि 24 मई को जब सोनिका घर नहीं लौटी, तो उसकी मां ब्यूटी पार्लर पहुँची, जहां से उन्हें जानकारी मिली कि सोनिका को अकबर ने जनसेवा केंद्र में बंधक बना रखा है।
3. आरोपों का विस्तार और हिंसक मोड़
जब सोनिका की मां विरोध करने पहुंची, तो परिजनों का कहना है कि अकबर और उसके साथ की महिलाओं ने उनसे मारपीट की। इस घटना ने पूरे इलाके में तनाव फैला दिया।
सोनिका की मां का बयान:
“मेरी बेटी को बहकाकर फंसाया गया है। उन्होंने जबरन उसे कैद कर रखा था। जब मैं वहां पहुंची तो मुझसे धक्का-मुक्की की गई।”
4. हिंदू संगठनों की प्रतिक्रिया और सड़कों पर गुस्सा
इस मामले के तूल पकड़ते ही हिंदू संगठनों ने इंदिरापुरम थाने के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने इसे ‘लव जिहाद’ का मामला बताते हुए नारेबाजी की और जल्द कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने अकबर के जनसेवा केंद्र और उसके घर में घुसकर तोड़फोड़ की। दुकानों के कांच फोड़े गए, घर के दरवाजे तोड़े गए और पूरे मोहल्ले में तनाव का माहौल बन गया।
विश्व हिंदू परिषद के एक नेता ने कहा:
“ये सिर्फ प्रेम प्रसंग नहीं है, यह एक संगठित लव जिहाद है। हम इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
5. पुलिस की त्वरित कार्रवाई
बढ़ते तनाव को देखते हुए पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की। कविनगर क्षेत्र से अकबर को गिरफ्तार किया गया और सोनिका को भी उसके साथ से बरामद किया गया।
पुलिस ने मारपीट में शामिल तीन-चार महिलाओं को भी हिरासत में लिया। पुलिस अधीक्षक ने पुष्टि की कि सभी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है और आगे की जांच की जा रही है।
पुलिस अधिकारी (नाम गोपनीय):
“दोनों बालिग हैं, इसलिए हमें कानूनी प्रक्रिया का पालन करना है। बयान के आधार पर आगे की धारा तय होंगी।”
6. मजिस्ट्रेट के सामने बयान और कानूनी स्थिति
अब सोनिका को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया है, जहां उनके बयान दर्ज किए गए हैं। कानूनी दृष्टिकोण से यह महत्वपूर्ण होगा कि सोनिका अपने बयानों में क्या कहती हैं — क्या यह रिश्ता उनकी मर्जी से था या किसी दबाव में।
यदि सोनिका अपनी मर्जी से अकबर के साथ गई थीं और धर्म परिवर्तन की बात नकारती हैं, तो केस पूरी तरह बदल सकता है।
7. सामाजिक और राजनीतिक प्रतिक्रिया
घटना ने गाजियाबाद और आसपास के क्षेत्रों में साम्प्रदायिक तनाव को बढ़ा दिया है। कुछ सामाजिक संगठनों ने इस मामले में शांति और निष्पक्ष जांच की अपील की है।
सामाजिक कार्यकर्ता रीमा त्रिपाठी कहती हैं:
“यह जरूरी है कि कानून और संविधान का पालन किया जाए। दोनों बालिग हैं, तो उनके अधिकारों की रक्षा होनी चाहिए। किसी भी पक्ष की भावनाओं को भड़काकर माहौल खराब करना गलत है।”
8. प्रशासन की चुनौतियाँ
स्थानीय प्रशासन ने इंदिरापुरम में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है ताकि स्थिति नियंत्रण में बनी रहे। पुलिस इंटरनेट पर अफवाह फैलाने वालों की पहचान भी कर रही है।
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि यदि किसी ने कानून हाथ में लिया तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी, चाहे वह किसी भी पक्ष से हो।
9. मीडिया की भूमिका और संवेदनशीलता
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर मीडिया में भी तीव्र बहस हो रही है। कुछ चैनल इसे लव जिहाद का मामला बता रहे हैं, वहीं कुछ इसे व्यक्तिगत पसंद का मामला मान रहे हैं।
विशेषज्ञ मानते हैं कि मीडिया की जिम्मेदारी है कि वो खबर को निष्पक्ष रूप से प्रस्तुत करे और भावनात्मक उकसावे से बचे।
10. प्रेम, कानून और सामाजिक ध्रुवीकरण
गाजियाबाद की यह घटना केवल प्रेम प्रसंग या कोर्ट मैरिज तक सीमित नहीं है। यह आज के सामाजिक और धार्मिक वातावरण की जटिलताओं को उजागर करती है।
इसमें एक तरफ कानून और व्यक्ति की स्वतंत्रता है, तो दूसरी ओर समाज की धार्मिक भावनाएं और असुरक्षा की भावना भी है। प्रशासन और न्यायपालिका की भूमिका यहाँ निर्णायक होगी।
The Ghaziabad interfaith controversy involving Akbar and Sonika has stirred major unrest in Indirapuram. Akbar, a Muslim youth running a public service center, allegedly eloped with Sonika, a Hindu beautician. The incident quickly escalated into communal outrage as Hindu organizations accused it of love jihad and launched violent protests. Police acted swiftly, arresting Akbar within 24 hours. This Ghaziabad incident sheds light on growing religious tensions, interfaith relationship challenges, and legal complications in Uttar Pradesh.