AIN NEWS 1 Ghaziabad News : बता दें सब रजिस्ट्रार के द्वारा सिहानी गेट थाने में ही अपनी एक शिकायत दी गई थी। पुलिस को मिली इस शिकायत में एसडीएम सदर की जांच आख्या भी लगी हुई थी। इस जांच आख्या में साफ़ बताया गया था कि गांव मिर्जापुर की जमीन पर ही खसरा नंबर 529 जिसके लेन देन का सौदा किया गया है। इस लेनदेन की रजिस्ट्री पर जो भी नक्शा लगा हुआ है। वह देश के रक्षा विभाग की संपत्ति है। ओर इस रक्षा विभाग की संपत्ति पर कब्जा कर इसे बेचने की साजिश के तहत ही यह कार्य किया गया है। इसकी शिकायत मिलने पर इस जमीन का सौदा करने वाले आरोपी की तलाश में सिहानी गेट थाने की पुलिस तत्परता से जुट गई और इस केस में इसके मुख्य आरोपी माजिद (भूमी बेचने वाले) को पुलिस ने अब गिरफ्तार किया है।
इसने 10 करोड़ में बेच दी थी रक्षा विभाग की ही जमीन
जान ले रक्षा विभाग की इस जमीन का सौदा कुल 10 करोड़ रुपये में किया गया था। लेकिन इस संबंध में पुलिस को जांच के दौरान ही पता चला कि यह जमीन बेचने वाले आरोपी माजिद के खाते में तो केवल 4 करोड़ रुपये ही आए थे। जबकि इस केस में अन्य एक आरोपी समीर मलिक खरीदार और दो गवाहों की पुलिस को अभी भी तलाश है। इस पूरे प्रकरण में ही जमीन खरीदने वाले मैसर्स सैमटेक एसोसिएट प्राईवेट लिमिटेड के डायरेक्टर समीर मलिक के साथ इसके गवाह ओमपाल और नीरज गर्ग की भी पुलिस को अभी तलाश है।
मगर दस करोड़ में जमीन बेचने वाले के आर्थिक हालात मिली बेहद खराब
हालांकि गाजियाबाद डीसीपी सिटी ने मिडिया को बताया कि माजिद को देखकर बिलकुल ऐसा नही लगता कि यह इतनी बड़ी प्रॉपर्टी का मालिक होगा लेकिन खरीदने वाली फर्म ने आख़िर किस प्रकार इसकी बातों पर विश्वास किया और 10 करोड़ की डील होने पर भी माजिद के खाते में मात्र 4 करोड़ रुपये ही क्यों आए इस दिशा में भी पुलिस पूरी छानबीन कर रही है।