AIN NEWS 1 | गाज़ियाबाद में धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संजोए हुए श्री सुल्लामल रामलीला समिति इस वर्ष भी अपने पारंपरिक भव्य रामलीला महोत्सव 2025 का आयोजन करने जा रही है। इस अवसर पर समिति ने उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और राज्य के मंत्री नरेंद्र कश्यप को औपचारिक रूप से आमंत्रण पत्र सौंपा।
125 वर्षों की परंपरा और महत्ता
गाज़ियाबाद की श्री सुल्लामल रामलीला समिति का इतिहास लगभग 125 साल पुराना है। इस समिति ने लगातार भगवान श्रीराम की लीलाओं का मंचन कर इस शहर की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत बनाए रखा है। रामलीला न केवल एक धार्मिक आयोजन है बल्कि यह लोगों को भारतीय संस्कृति, परंपराओं और सामाजिक एकता से जोड़ने का एक माध्यम भी है।
हर वर्ष यह आयोजन लाखों दर्शकों को आकर्षित करता है। न केवल गाज़ियाबाद बल्कि आस-पास के ज़िलों और दूर-दराज़ के शहरों से भी श्रद्धालु यहाँ पहुँचते हैं। यही कारण है कि यह महोत्सव गाज़ियाबाद की पहचान और गौरव बन चुका है।
आमंत्रण सौंपने का कार्यक्रम
समिति के पदाधिकारियों ने जब उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और मंत्री नरेंद्र कश्यप को निमंत्रण पत्र सौंपा, तो उन्होंने इस आयोजन की महत्ता पर प्रकाश डाला।
समिति के स्वागत समिति अध्यक्ष सुभाष चंद्र गुप्ता ने कहा –
“रामलीला जैसे आयोजन समाज को अपनी जड़ों से जोड़ते हैं और नई पीढ़ी को हमारी संस्कृति से परिचित कराते हैं।”
इस मौके पर समिति के कोषाध्यक्ष खुशीराम गोयल, संरक्षक डॉ. राजीव गर्ग, संयोजक डॉ. विजय कुमार सहित अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
कार्यक्रम की तिथियाँ और विशेष आकर्षण
रामलीला महोत्सव का आयोजन 15 सितंबर 2025 से 2 अक्टूबर 2025 तक होगा।
मंचन स्थल होगा – गाज़ियाबाद का ऐतिहासिक घंटाघर स्थित रामलीला मैदान।
24 सितंबर 2025 को विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम रखा गया है।
2 अक्टूबर 2025 को समापन होगा।
इस दौरान भगवान श्रीराम की कथा अयोध्या से लेकर लंका विजय तक के सभी प्रसंगों का मंचन किया जाएगा।
इस बार आयोजन में आधुनिक प्रकाश व्यवस्था, भव्य झांकियाँ और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दर्शकों के लिए विशेष आकर्षण होंगी।
उप मुख्यमंत्री और मंत्री की प्रतिक्रिया
आमंत्रण पत्र पाकर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और मंत्री नरेंद्र कश्यप ने समिति को शुभकामनाएँ दीं।
उप मुख्यमंत्री ने कहा –
“रामलीला भारतीय संस्कृति की आत्मा है। यह हमें यह संदेश देती है कि धर्म की सदैव विजय होती है और अधर्म का अंत निश्चित है।”
मंत्री नरेंद्र कश्यप ने भी कहा कि ऐसे आयोजन समाज में भाईचारे और एकता को बढ़ावा देते हैं और लोगों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं।
गाज़ियाबाद के लिए गौरव की बात
रामलीला महोत्सव गाज़ियाबाद के लिए सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सांस्कृतिक पहचान और गौरव है। हर साल लाखों लोग यहाँ जुटते हैं और इस अद्भुत नजारे का साक्षी बनते हैं।
समिति को पूरा विश्वास है कि इस बार का आयोजन और भी भव्य और ऐतिहासिक होगा। प्रदेश भर से श्रद्धालु बड़ी संख्या में यहाँ पहुँचेंगे और रामलीला की अनूठी झलकियाँ देखेंगे।