AIN NEWS 1 | सरकार लोगों को सस्ती दरों पर दवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र (PM Jan Aushadhi Kendra) की संख्या बढ़ा रही है। वर्तमान में भारत में लगभग 11,000 से अधिक प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र हैं। आइए जानते हैं कि आप कैसे यह केंद्र खोल सकते हैं और किन डॉक्यूमेंट्स की जरूरत होगी।
प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने की प्रक्रिया
जन औषधि केंद्र खोलने की प्रक्रिया काफी सरल है। इसके लिए कुछ नियम और शर्तों का पालन करना होता है। सरकार द्वारा इस केंद्र को खोलने की अनुमति उन्हीं को दी जाती है जिनके पास डी फार्मा या बी फार्मा का सर्टिफिकेट होता है। साथ ही, आपके पास कम से कम 120 वर्ग फुट की जगह होनी चाहिए।
पात्रता की तीन श्रेणियाँ
- पहली श्रेणी: डॉक्टर, फार्मासिस्ट या रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर।
- दूसरी श्रेणी: ट्रस्ट, प्राइवेट हॉस्पिटल और NGO।
- तीसरी श्रेणी: राज्य सरकार द्वारा नामांकित व्यक्ति।
आवेदन प्रक्रिया
जन औषधि केंद्र खोलने के लिए आवेदन करने हेतु एक फॉर्म भरकर जमा करना होता है जिसकी फीस 5,000 रुपये है। आवेदन janaushadhi.gov.in पर किया जा सकता है।
सरकारी मदद
सरकार प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने के लिए 2 लाख रुपये की मदद देती है। इसके अलावा, महीने में 5 लाख रुपये तक की दवाओं की खरीद पर 15% या अधिकतम 15,000 रुपये का प्रोत्साहन भी दिया जा सकता है।
कमाई का तरीका
जन औषधि केंद्र में दवाओं की बिक्री पर 20% तक कमीशन दिया जाता है। इसके साथ ही, हर महीने होने वाली बिक्री पर 15% तक का इंसेंटिव भी मिलेगा।
आवश्यक दस्तावेज़
प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- फार्मासिस्ट रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट
- निवास प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
निष्कर्ष
अगर आप प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलना चाहते हैं तो यह आपके लिए एक सुनहरा अवसर हो सकता है। इससे न केवल आप एक लाभकारी व्यवसाय चला सकते हैं, बल्कि समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को सस्ती दवाएं भी उपलब्ध करा सकते हैं।