AIN NEWS 1 नई दिल्ली: विदेश मंत्रालय (MEA) के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जैसवाल ने निमिषा प्रिया के मामले पर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि भारत सरकार इस मामले को लेकर पूरी तरह जागरूक है। जैसवाल ने कहा, “हम यमन में निमिषा प्रिया को दी गई सजा के बारे में जानकारी रखते हैं। हमें समझ में आया है कि प्रिया का परिवार इस मामले में जरूरी कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहा है। सरकार इस मामले में परिवार को हर संभव सहायता प्रदान कर रही है।”
मामला क्या है?
निमिषा प्रिया, जो केरल की निवासी हैं, यमन में नर्स के तौर पर काम कर रही थीं। वहां उनका एक आपराधिक मामला सामने आया, जिसमें उन्हें दोषी ठहराते हुए सजा सुनाई गई है। यमन की अदालत ने इस मामले में कड़ी सजा का फैसला सुनाया है, जिससे प्रिया का परिवार और उनके शुभचिंतक चिंतित हैं।
परिवार की कोशिशें:
निमिषा प्रिया का परिवार उनकी सजा को कम करने और उन्हें भारत वापस लाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है। परिवार ने इस मामले में कानूनी और राजनयिक मदद लेने के लिए भारतीय सरकार से भी अपील की है।
भारत सरकार का रुख:
भारत सरकार इस मामले को लेकर सक्रिय भूमिका निभा रही है। विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है कि यमन में भारतीय दूतावास भी इस मुद्दे पर नजर बनाए हुए है और स्थानीय अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में है। सरकार ने आश्वासन दिया है कि निमिषा प्रिया और उनके परिवार को हरसंभव मदद दी जाएगी।
आगे का रास्ता:
इस मामले में आगे क्या होगा, यह यमन की कानूनी प्रक्रिया और भारत सरकार के कूटनीतिक प्रयासों पर निर्भर करेगा। प्रिया के परिवार को उम्मीद है कि सरकार के सहयोग से उनकी सजा को कम कराया जा सकेगा और वे जल्द ही अपने देश वापस लौट सकेंगी।
निमिषा प्रिया का मामला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के नागरिकों की सुरक्षा और न्याय दिलाने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस मामले में क्या समाधान निकलता है और भारत सरकार कैसे इसे सकारात्मक रूप से निपटाती है।