Gudia Rape Case: IG and 8 Policemen Get Life Imprisonment for Suraj’s Custodial Death
गुड़िया रेप केस: आईजी समेत 8 पुलिसकर्मियों को उम्रकैद, सूरज की पत्नी बोली- देर से सही, मिला न्याय
AIN NEWS 1: शिमला के चर्चित गुड़िया दुष्कर्म मामले में सूरज की हिरासत में हुई मौत के मामले में सीबीआई कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने इस केस में आईजी जहूर जैदी समेत 8 पुलिसकर्मियों को हत्या का दोषी ठहराते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है।
सूरज की पत्नी ममता का बयान
सूरज की पत्नी ममता ने कोर्ट के फैसले पर संतोष व्यक्त किया और कहा, “देर से ही सही, लेकिन मुझे न्याय मिला।” उन्होंने कहा कि उनके पति निर्दोष थे, और उन्होंने पुलिस द्वारा रची गई कहानी पर कभी विश्वास नहीं किया। ममता ने कहा कि वह अब ईमानदारी और मेहनत से अपने बच्चों को बेहतर भविष्य देंगी और सूरज के सपनों को पूरा करेंगी।
ममता ने साझा की अंतिम मुलाकात की बात
ममता ने बताया कि जब वह सूरज से जेल में आखिरी बार मिली थीं, तो सूरज ने कहा था कि डीएनए रिपोर्ट आने के बाद वह बरी हो जाएगा। सूरज ने उन्हें बच्चों का ध्यान रखने को कहा था। ममता ने कहा, “मैंने सूरज की अंतिम बातों को अपनी ताकत बनाया है। आज भी मैं दिन-रात मेहनत कर रही हूं ताकि उनके सपने पूरे कर सकूं।”
पुलिस की रची गई कहानी पर नहीं था विश्वास
ममता ने कहा कि पुलिस ने जिस राजू को इस मामले में आरोपी बनाया था, उस पर उन्हें कभी विश्वास नहीं हुआ। राजू और सूरज एक साथ काम करते थे और परिवार की तरह रहते थे। उन्होंने बताया कि जब पुलिस ने सूरज को गिरफ्तार किया, तो यह उनके लिए बड़ा झटका था।
गुड़िया के पिता ने भी माना न्याय
गुड़िया के पिता ने भी सूरज की मौत मामले में सुनाए गए इस फैसले को न्याय करार दिया। उन्होंने कहा कि दोषियों को मिली उम्रकैद से उन्हें संतोष है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि गुड़िया को न्याय दिलाने की लड़ाई अभी जारी रहेगी।
फैसले का महत्व
यह फैसला केवल सूरज के परिवार के लिए ही नहीं, बल्कि न्याय व्यवस्था में लोगों के विश्वास को मजबूत करने वाला है। यह दिखाता है कि किसी भी स्तर की लापरवाही या अपराध को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
In the infamous Gudia rape case, the CBI court has sentenced IG Zahoor Zaidi and 8 other policemen to life imprisonment for the custodial death of Suraj. Suraj’s wife, Mamta, expressed satisfaction with the judgment, stating, “Justice delayed but delivered.” She vowed to work hard to fulfill her husband’s dreams and provide a better future for her children. This case highlights the importance of accountability in law enforcement and strengthens public trust in the judiciary.