Haryana: 120 People Hospitalized Due to Contaminated Buckwheat Flour During Navratri Fast
नवरात्र के पहले दिन ही खाद्य मिलावट का बड़ा मामला
AIN NEWS 1: हरियाणा के अंबाला और यमुनानगर में नवरात्र के पहले दिन व्रत के लिए बनाए गए कुट्टू और सामक के चावल से बने भोजन ने 120 से अधिक लोगों को बीमार कर दिया। पेट दर्द, उल्टी, दस्त और कंपकंपी की शिकायत के बाद सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्रशासन और खाद्य सुरक्षा विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है और संदिग्ध आटे के नमूने लिए गए हैं।
यमुनानगर में 93, अंबाला में 27 लोग बीमार
यमुनानगर: साढौरा कस्बे और आसपास के गांवों में 93 लोगों की तबीयत बिगड़ी।
अंबाला: 27 लोग बीमार हुए, जिनमें से 23 अंबाला शहर और 4 बराड़ा कस्बे के रहने वाले हैं।
प्राथमिक उपचार के बाद डिस्चार्ज: अधिकांश मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, लेकिन 21 अभी भी भर्ती हैं।
कैसे फैला फूड पॉइजनिंग का संकट?
बीमार हुए लोगों ने अलग-अलग दुकानों से आटा खरीदा था, लेकिन सभी दुकानों पर यह आटा खारा कुआं साढौरा स्थित भाटिया चक्की से सप्लाई हुआ था। जब लोगों के बीमार पड़ने की खबर फैली, तो संबंधित दुकानदार अपनी दुकानें बंद कर फरार हो गए।
खाद्य विभाग की जांच और नमूने संग्रह
खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी डॉ. अमित चौहान ने अपनी टीम के साथ जांच शुरू की।
भाटिया चक्की पर छापा: टीम ने पीछे के रास्ते से पहुंचकर आटे के दो सैंपल लिए।
अन्य दुकानों से भी लिए नमूने: पांच सैंपल इकट्ठा किए गए।
संभावित कारण: शुरुआती जांच में सामने आया कि पुराना आटा मिक्स किया गया था।
मरीजों को हुए स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें
पेट दर्द
उल्टी
दस्त
कंपकंपी
फूड सेफ्टी विभाग की लचर व्यवस्था
हरियाणा के 22 जिलों में सिर्फ 9 खाद्य सुरक्षा अधिकारी नियुक्त हैं, जो पशुपालन विभाग से डेपुटेशन पर हैं। इससे त्योहारों के दौरान खाद्य गुणवत्ता की जांच करना मुश्किल हो जाता है।
एक अधिकारी के पास तीन जिलों की जिम्मेदारी: अंबाला खाद्य सुरक्षा अधिकारी को जींद और रोहतक की भी जिम्मेदारी दी गई है।
लंबी दूरी की समस्या: रोहतक से अंबाला की दूरी 250 किमी होने के कारण, अधिकारी को सफर में ही 10 घंटे लग जाते हैं।
भविष्य में मिलावट रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाएं?
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की संख्या बढ़ाई जाए।
त्योहारी सीजन में खाद्य पदार्थों की जांच के लिए विशेष अभियान चलाया जाए।
मिलावटखोरों पर सख्त कार्रवाई हो।
During Navratri in Haryana, more than 120 fasting devotees from Ambala and Yamunanagar fell sick after consuming contaminated buckwheat flour (kuttu atta) and samak rice. Many experienced symptoms like vomiting, diarrhea, stomach pain, and chills. The food safety department has collected samples from various shops and mills to investigate the adulteration. This incident highlights the urgent need for stricter food quality checks, especially during festive seasons. The affected people were admitted to hospitals, with some still under medical supervision. Authorities are now focusing on ensuring safer food standards in the region.