AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद के मधुबन बापूधाम थानाक्षेत्र में मंगलवार सुबह को नशा मुक्ति केंद्र के पास की सड़क के किनारे एक पति-पत्नी के गोली लगे हुए शव एक साथ मिलने से हड़कंप मच गया। इन मृतकों की पहचान 45 वर्षीय विनोद चौधरी और 42 वर्षीय पत्नी दीपिका के रूप में ही हुई है। पुलिस ने इन दोनों शवों को ही पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस इस घटना के पीछे की असल वजह के पता लगा की पूरी कोशिश कर रही है। इस दौरान एडिशनल सीपी दिनेश कुमार पी. के मुताबिक इस पूरे प्रकरण में प्रथमदृष्टया पति ने पहले तो अवैध तमंचे से अपनी पत्नी की गोली मारकर हत्या की और फिर उसने खुद को भी होली मार कर आत्म हत्या कर ली। ये मृतक दंपती मूलरूप से लिबरहेड़ी रुड़की के ही रहने वाले थे, जो कि करीब 12-14 साल से ही गाजियाबाद के महिंद्रा एंक्लेव में साथ मे रह रहे थे। इन दंपती के दो बच्चे हैं। विनोद एक कंपनी में नौकरी किया करता था, जो की अब बंद हो चुकी है। सोमवार रात को साढ़े 1 बजे दोनों कार लेकर निकले थे। मंगलवार को सुबह साढ़े 7 बजे मधुबन बापूधाम पुलिस को इन दोनों के गोली लगे हुए शव मिलने की सूचना मिली। हालांकि, इनके पड़ोसियों के मुताबिक, विनोद पहले भी कई बार आत्महत्या का प्रयास कर चुका है।डीसीपी सिटी कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने इस पूरे मामले में बताया कि, मृतक के परिजनों से पूछताछ में साफ़ पता चला है कि विनोद काफी समय से ही डिप्रेशन का शिकार था और वह अक्सर ही शाम के समय काफी ज्यादा उत्तेजित भी हो जाता था। उसने कई बार अपने परिजनों से भी कहा था, ‘जब मैं मरूंगा तो अपनी पत्नी को साथ लेकर मरूंगा’।
डीसीपी ने इस दौरान कहा कि इस पूरे प्रकरण में ही प्रथमदृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि विनोद चौधरी द्वारा पहले तो अपनी पत्नी की हत्या की गई फिर उसने स्वंय को गोली मार कर आत्महत्या कर ली गई है। इसके अन्य पहलुओं की भी जांच की जा रही है। इनकी किसी प्रकार की कोई भी रंजिश सामने नहीं आई है। इनके बच्चों और परिजनों से पूछताछ में यही पता चला है कि कुछ दिन पहले विनोद ने कहीं से यह तमंचा लाकर अपनी गाड़ी में ही छुपा दिया था। पुलिस को इस दौरान घटनास्थल से इन दंपती के दो मोबाइल फोन और एक एसक्रॉस कार और एक अवैध तमंचा बरामद हुआ है। पुलिस अभी अपनी जांच पड़ताल कर रही है।