AIN NEWS 1: आप सोच रहे होंगे के क्या ऐसा भी होता है तो हम आपको बता दें जी हां ! बिल्कुल यह सच्ची बात है। आपके मन में भी अगर किसी अनजान महिला के ही साथ उसके बिस्तर पर ही सोने के अरमान मचल रहे हैं, तो आपकी यह ख्वाहिश को यह औरत बड़ी आसानी से पूरी कर सकती है। वह भी केवल कुछ घंटे या महज़ एक रात के लिए नहीं, बल्कि पूरे एक महीने। इसके लिए आपको आपनी जेब से लाखों रुपये नहीं, बल्कि महज़ 54,000 रुपये ही खर्चने होंगे।
यहां हम आपको बता दें ताकि आपके मन की जिज्ञासा कुछ शांत हो, तो आज हम आपको बताते हैं कि आखिर क्या है यह अनोखा मामला महिला और इसके बिस्तर का। तो यह जान लें यह बात अपने देश भारत की नहीं, बल्कि विदेश की रहने वाली महिला की है। आपको अगर लग रहा है कि हम आपको अफ्रीका, एशिया या दक्षिणी अमेरिका के किसी बड़े से गरीबी देश की बात कर रहे हैं, तो आपका यह अंदाज़ा बिल्कुल ही गलत है। हम यहां पर बात कर रहे हैं कि दुनिया के सबसे अमीर और संपन्न देशों में गिने जाने वाले कनाडा देश की। जहां बड़ी संख्या में ही भारतीय अपना भविष्य संवारने के लिए जाते हैं और वहां की नागरिकता लेकर अपना शानदार जीवन जी रहे हैं। दरअसल, कनाडा पिछले कुछ वर्षों से ही बढ़ती हुई महंगाई की समस्या से काफ़ी बुरी तरह से जूझ रहा है। इसके चलते वहां के लोग पैसे कमाने के लिए नए नए फंडे भी निकाल रहे हैं। वहा पर हालात कुछ ऐसे हो गए हैं कि देश के मेट्रोपॉलिटन शहरों में अब आम लोगों के लिए घर के खर्चे चलाना भी काफ़ी ज्यादा मुश्किल होता जा रहा है। बड़े शहरों में मकान के किराये भी इतने अधिक हो गए हैं कि लोग अब अपना पूरा मकान या कमरा किराये पर लगाने के बजाय सोने के लिए केवल बेड किराये पर देने लगे हैं।
इसी के चलते ही एक महिला अपने आधे बिस्तर को ही₹54,000 प्रति माह में किराये पर देने के लिए विवश हो गई। यहां हम आपको बता दें कनाडा के टोरंटो की ये एक महिला रीयल एस्टेट एजेंट अन्या एटिंगर ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर के बताया कि उसकी एक महिला क्लाइंट 900 कनाडाई डॉलर (54,790 रुपये) प्रति माह के हिसाब से ही अपना आधा बिस्तर किराए पर देने की पेशकश कर रही है।झील के सामने वाले डाउनटाउन कॉन्डो में साझा बेडरूम” इसके शीर्षक से डाले गए पोस्ट में 900 कनाडियन डॉलर प्रति माह की दर पर यह बेड शेयरिंग की जानकारी दी गई है।
एटिंगर की इस पूरी पोस्ट पर कमेंट करते हुए ही एक यूजर ने लिखा कि टोरंटो स्थिति इससे बदतर नहीं हो सकती। यह बहुत ही ज्यादा अशोभनीय है। रहने के लिहाज से टोरंटो को राजधानी ओटावा के बाद से कनाडा का दूसरा सबसे महंगा शहर माना जाता है। यहां लगातार ही किराये में काफ़ी बढ़ोतरी होने के कारण अब लोग अजनबी लोगों को भी अपना बिस्तर किराये पर देने को पूरी तरह से विवश हो रहे हैं।