Friday, January 3, 2025

कैंसर के शुरुआती लक्षणों की अनदेखी हो सकती है जानलेवा: एक गंभीर उदाहरण?

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AIN NEWS 1: कैंसर के शुरुआती लक्षण अक्सर इतने मामूली होते हैं कि लोग उन्हें बढ़ती उम्र का असर मान लेते हैं। इसका नतीजा कई बार बेहद गंभीर हो सकता है, जैसा कि न्यूकासल के 58 वर्षीय डेव स्मिथ के साथ हुआ। एक साल से पेट दर्द की शिकायत करने के बावजूद, उन्होंने मेडिकल चेकअप में देरी की और अंततः पैंक्रियाटिक कैंसर के कारण 3 महीने में उनकी मौत हो गई। इस घटना से हमें कैंसर के शुरुआती लक्षणों की गंभीरता को समझने की आवश्यकता है।

डेव स्मिथ की कहानी

डेव स्मिथ एक साल से लगातार पेट दर्द की समस्या से जूझ रहे थे। उनकी पत्नी, रेचल ने महसूस किया कि डेव की सेहत बिगड़ रही है। रेचल ने बताया कि डेव के बाउल मूवमेंट में बदलाव आया था। वॉशरूम से गंदी स्मेल आने लगी थी और डेव खाना भी कम खाने लगे थे। इसके बावजूद, उन्होंने स्वास्थ्य चेकअप नहीं करवाया, जिसके परिणामस्वरूप उनका कैंसर अत्यधिक बढ़ चुका था और उनकी जान चली गई।

पैंक्रियाटिक कैंसर के कारण

पैंक्रियाटिक कैंसर का कोई स्पष्ट कारण नहीं है, लेकिन इसके कुछ सामान्य कारण हैं:

– स्मोकिंग : पैंक्रियाटिक कैंसर का एक प्रमुख कारण है।

– मोटापा : अत्यधिक वजन भी इस कैंसर के जोखिम को बढ़ाता है।

– डायबिटीज : डायबिटीज के रोगियों में पैंक्रियाटिक कैंसर की संभावना अधिक होती है।

– पेट की बीमारियाँ : जिन लोगों को पेट से संबंधित समस्याएँ होती हैं, उन्हें भी इस कैंसर का खतरा होता है।

– फैमिली हिस्ट्री : अगर परिवार में किसी को पैंक्रियाटिक कैंसर हुआ है, तो इसका खतरा बढ़ जाता है।

पैंक्रियाटिक कैंसर के शुरुआती लक्षण

पैंक्रियाटिक कैंसर के शुरुआती लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:

– पेट दर्द: जो साइड और पीठ में फैल सकता है।

– भूख में कमी : खाना खाने की इच्छा में कमी आना।

– वेट लॉस: बिना किसी स्पष्ट कारण के वजन का कम होना।

– त्वचा का पीला पड़ना: त्वचा और आंखों में पीलापन आना।

– यूरिन का डार्क कलर होना: यूरिन का गहरे रंग का होना।

– उल्टी और मतली: लगातार उल्टी और मतली का होना।

– लिवर का बढ़ना : लिवर में सूजन या बढ़ना।

पैंक्रियाटिक कैंसर से बचाव

पैंक्रियाटिक कैंसर से बचाव के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:

– स्मोकिंग छोड़ें : यह कैंसर का खतरा 20-30 प्रतिशत तक कम कर सकता है।

– हेल्दी वेट बनाए रखें : अपने वजन को सामान्य बनाए रखें।

– स्वस्थ आहार : संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें।

– अल्कोहल का सेवन कम करें : अल्कोहल की मात्रा को सीमित करें।

– नियमित चेकअप: नियमित स्वास्थ्य चेकअप करवाते रहें।

निष्कर्ष

डेव स्मिथ की कहानी हमें यह सिखाती है कि कैंसर के शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज करना कितना खतरनाक हो सकता है। अपने स्वास्थ्य की गंभीरता से निगरानी रखना और नियमित चेकअप करवाना आवश्यक है। यदि आप किसी भी प्रकार की असामान्य समस्या का अनुभव कर रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना ही सबसे अच्छा उपाय है।

अस्वीकृति: यह लेख केवल जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। स्वास्थ्य संबंधी किसी भी जानकारी को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

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सत्यमेव जयते नानृतं सत्येन पन्था विततो देवयानः।
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