AIN NEWS 1: भारत ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद आतंक के खिलाफ अपने अभियान को तेज कर दिया है। इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था। इसके बाद से भारत सरकार ने सुरक्षा और कूटनीतिक दोनों मोर्चों पर कड़ा रुख अपनाया है।
कूटनीतिक पहल – अंतरराष्ट्रीय समर्थन की ओर कदम
भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर आतंकवाद के खिलाफ समर्थन जुटाने के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को रूस, स्पेन और लातविया भेजने का निर्णय लिया है। यह प्रतिनिधिमंडल भारत के आतंकवाद विरोधी रुख को दुनिया के सामने मजबूती से रखेगा और वैश्विक सहयोग की मांग करेगा।
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ अभियान
गुरुवार सुबह जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चत्रू के सिंहपोरा इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई। पुलिस के अनुसार, जैसे ही आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली, सुरक्षा बलों ने त्वरित कार्रवाई शुरू की। हालांकि मुठभेड़ की पूरी जानकारी अभी आनी बाकी है, लेकिन इससे यह साफ है कि घाटी में आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है।
शोपियां और त्राल में बड़ी कामयाबी
इससे पहले 16 मई को, कश्मीर ज़ोन के पुलिस महानिरीक्षक (IGP) वी.के. बिर्डी ने जानकारी दी कि भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के संयुक्त अभियान में कुल 6 आतंकियों को ढेर किया गया। ये ऑपरेशन शोपियां के केलार और पुलवामा के त्राल क्षेत्र में चलाए गए थे।
IGP बिर्डी ने कहा, “कश्मीर घाटी में बढ़ती आतंकी गतिविधियों के मद्देनजर, सुरक्षा बलों ने अपनी रणनीति की समीक्षा की और उसके आधार पर फोकस्ड ऑपरेशन शुरू किए। पिछले 48 घंटों में दो सफल ऑपरेशन हुए जिनमें 6 आतंकियों का सफाया किया गया।”
ग्रामीणों की सुरक्षा रही प्राथमिकता
विक्टर फोर्स के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल धनंजय जोशी ने ऑपरेशनों की जानकारी देते हुए बताया कि “13 मई को केलार क्षेत्र में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर ऑपरेशन शुरू हुआ। सुबह जैसे ही मूवमेंट दिखा, सेना ने उन्हें ललकारा और जवाबी गोलीबारी में आतंकियों को मार गिराया गया।”
उन्होंने बताया कि त्राल में ऑपरेशन और भी चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि आतंकी गांव के अलग-अलग घरों में छिप गए थे और वहां से फायरिंग कर रहे थे। “इस दौरान हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता गांववालों को सुरक्षित निकालना था। इसके बाद कार्रवाई कर तीन आतंकियों को ढेर किया गया,” मेजर जनरल जोशी ने बताया।
ऑपरेशन सिंदूर – पाकिस्तान में आतंक के अड्डों पर हमला
भारत ने पहलगाम हमले के बाद एक बड़ा सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoJK) में आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए गए। सूत्रों के अनुसार, इन हमलों में लगभग 100 आतंकी मारे गए हैं।
हमलों के प्रमुख लक्ष्य थे – जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय बहावलपुर और लश्कर-ए-तैयबा का प्रमुख प्रशिक्षण केंद्र मुरिदके। इन हमलों ने पाकिस्तान में बैठे आतंकियों को बड़ा संदेश दिया है कि भारत अब आतंकी हमलों का जवाब चुपचाप नहीं देगा।
भारत सरकार का आतंक के खिलाफ यह दोहरा दृष्टिकोण – एक ओर सेना की सख्त कार्रवाई और दूसरी ओर वैश्विक समर्थन जुटाने की पहल – एक मजबूत रणनीति का संकेत है। इससे स्पष्ट है कि भारत अब न केवल अपने नागरिकों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, बल्कि आतंक के वैश्विक नेटवर्क को समाप्त करने की दिशा में भी अग्रसर है।
पाहलगाम जैसा क्रूर हमला भारत को झुका नहीं सकता। जवाब अब कूटनीति से भी आएगा और बंदूकों से भी। जम्मू-कश्मीर में चल रही ये सघन कार्रवाई आने वाले समय में और भी निर्णायक हो सकती है।
India has intensified its anti-terror operations after the deadly Pahalgam terror attack that claimed 26 lives. In a strong diplomatic and military response, an all-party Indian delegation will visit Russia, Spain, and Latvia to build international consensus against terrorism. Simultaneously, Indian security forces have launched aggressive operations in Jammu and Kashmir, including in Kishtwar, Shopian, and Tral. Under Operation Sindoor, precision strikes were carried out on terror bases in Pakistan and PoJK, destroying infrastructure linked to Jaish-e-Mohammed and Lashkar-e-Taiba.