AIN NEWS 1 | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मालदीव दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक और मजबूत संबंधों को उजागर किया। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि भारत, मालदीव का सबसे विश्वसनीय सहयोगी और करीबी पड़ोसी है।
पीएम मोदी ने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू से मुलाकात करते हुए बताया कि भारत की “Neighbourhood First” (पड़ोसी पहले) नीति और “SAGAR” (Security and Growth for All in the Region) विजन के केंद्र में मालदीव एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
❝ हर संकट की घड़ी में भारत ने निभाया पहला दायित्व ❞
मोदी ने याद दिलाया कि जब-जब मालदीव ने कठिनाई का सामना किया — चाहे वो प्राकृतिक आपदा हो या फिर कोरोना जैसी वैश्विक महामारी — भारत ने बिना देर किए मदद पहुंचाई। उन्होंने कहा, “भारत हमेशा ‘First Responder’ बनकर सामने आया है। जब भी मालदीव को जरूरत पड़ी, भारत ने हरसंभव सहायता की है।”
उन्होंने यह भी बताया कि कोविड-19 संकट के समय भारत ने न केवल जीवन रक्षक दवाओं और वैक्सीन की आपूर्ति की, बल्कि महामारी के बाद मालदीव की अर्थव्यवस्था को स्थिर करने में भी कंधे से कंधा मिलाकर काम किया।
❝ साझेदारी जो भरोसे पर टिकी है ❞
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत और मालदीव के संबंध केवल रणनीतिक साझेदारी तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यह विश्वास, सांस्कृतिक संबंध और आपसी मदद की भावना पर आधारित हैं।
मोदी ने कहा कि भारत की कोशिश हमेशा रही है कि पड़ोसी देशों को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिले और द्वीप राष्ट्रों के साथ सतत विकास और समुद्री सुरक्षा में सहयोग हो। उन्होंने कहा, “हमारे द्विपक्षीय रिश्तों का मूल आधार पारदर्शिता, समर्पण और साझा उद्देश्य हैं।”
During his official visit to the Maldives, Indian Prime Minister Narendra Modi emphasized that India has always acted as the ‘First Responder’ for its neighbor in times of natural disasters or global crises like the COVID-19 pandemic. He reiterated India’s commitment to its “Neighbourhood First” policy and the SAGAR vision, positioning the Maldives as a vital partner in India’s regional diplomacy. From medical aid to economic recovery, India has stood by Maldives, strengthening their trusted and long-standing friendship.