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वैंकूवर में खालिस्तान समर्थकों ने खोजी पत्रकार मोचा बेजिरगन को धमकाया और उनका फोन छीना
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प्रदर्शनकारियों ने पीएम मोदी को G-7 में ‘राजनीतिक रूप से खत्म’ करने की दी धमकी
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पत्रकार ने हिंसा के महिमामंडन और खुलेआम इंदिरा गांधी के हत्यारों का समर्थन करने पर चिंता जताई
AIN NEWS 1 | कनाडा में खालिस्तान समर्थकों की बढ़ती गतिविधियों के बीच, एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। मशहूर खोजी पत्रकार मोचा बेजिरगन ने बताया कि वैंकूवर में एक साप्ताहिक खालिस्तानी रैली की रिपोर्टिंग करते समय उन्हें धमकाया गया और उनका फोन छीन लिया गया।
घटना का विवरण देते हुए पत्रकार ने कहा:
“सिर्फ दो घंटे पहले यह घटना हुई। मैं अभी भी कांप रहा हूं। उन लोगों ने गुंडों की तरह व्यवहार किया। उन्होंने मुझे घेर लिया, फोन छीना और रिकॉर्डिंग रोकने की कोशिश की।”
बेजिरगन के अनुसार, प्रदर्शनकारियों में से कुछ ने खुले तौर पर कहा कि वे “G-7 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजनीति खत्म कर देंगे।” जब पत्रकार ने उनसे सवाल किया कि क्या वे इंदिरा गांधी की तरह मोदी को भी निशाना बनाना चाहते हैं, तो उन्होंने इंदिरा गांधी के हत्यारों को अपना ‘पूर्वज’ बताया और उनकी खुलकर प्रशंसा की।
पुलिस का हस्तक्षेप:
जब माहौल बिगड़ने लगा तो वैंकूवर पुलिस ने स्थिति को संभाला और भीड़ को पीछे हटाया। बाद में पत्रकार ने पुलिस में रिपोर्ट भी दर्ज करवाई।
मोचा बेजिरगन ने बताया कि इस भीड़ का नेतृत्व एक ऐसा व्यक्ति कर रहा था जो पहले भी उन्हें ऑनलाइन परेशान कर चुका है। उन्होंने कहा कि खालिस्तान समर्थक न सिर्फ हिंसा का महिमामंडन कर रहे हैं बल्कि राजनीतिक धमकियों से भी पीछे नहीं हट रहे।
In a shocking incident, Canadian investigative journalist Mocha Bezirgan was threatened and briefly had his phone snatched by Khalistani supporters during a rally in Vancouver. The group allegedly claimed they would “end Prime Minister Modi’s politics at the G-7” and openly celebrated the assassins of Indira Gandhi. The situation raises serious questions about rising extremism and political radicalization among diaspora groups in countries like Canada, UK, and the US.