तुर्की-पाकिस्तान मिलकर फैला रहे हैं राफेल के खिलाफ फेक प्रोपेगेंडा, ग्रीस को डराने की कोशिश।
TR Haber की झूठी रिपोर्ट से भारत-फ्रांस रक्षा संबंध और भारत-ग्रीस रणनीतिक साझेदारी को कमजोर करने की साजिश।
भारत ने तुर्की के Bayraktar TB-2 ड्रोन्स को नाकाम कर हथियार सौदों में उसे पीछे धकेला।
भारत की बढ़ती सामरिक ताकत और अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक पकड़ से परेशान तुर्की और पाकिस्तान, अब मिलकर भारत के सहयोगी ग्रीस को निशाना बना रहे हैं। इन दोनों देशों की कोशिश है कि भारत-ग्रीस के बीच बन रहे भरोसे को तोड़ा जाए और फ्रांस से लिए गए राफेल लड़ाकू विमानों को लेकर अफवाहें फैलाई जाएं।
🔥 TR Haber का झूठा दावा: पाकिस्तान ने राफेल गिराए?
तुर्की की रूढ़िवादी मीडिया एजेंसी TR Haber ने हाल में एक रिपोर्ट छापी, जिसमें दावा किया गया कि पाकिस्तान ने भारत के राफेल विमानों को गिराया और ग्रीस को राफेल खरीदने से बचना चाहिए। इस रिपोर्ट का कोई आधिकारिक आधार नहीं है। न ही भारत और न ही फ्रांस ने ऐसी किसी घटना की पुष्टि की है।
🤝 भारत-ग्रीस की दोस्ती से डर क्यों रहा है तुर्की?
भारत और ग्रीस के बीच हाल के वर्षों में रणनीतिक और आर्थिक संबंध तेज़ी से मजबूत हुए हैं। भारत ग्रीस में बंदरगाहों, टूरिज्म और रक्षा क्षेत्रों में निवेश की संभावनाएं तलाश रहा है। Hellenic Aerospace Industry और Hellenic Defense Systems में भारतीय निवेश की खबरों से तुर्की परेशान है।
🛰️ Bayraktar ड्रोन की हार से बौखलाया तुर्की
भारत ने तुर्की के प्रसिद्ध Bayraktar TB-2 ड्रोन को अपने आकाश डिफेंस सिस्टम और टी-4 टेक्नोलॉजी से निष्क्रिय कर दिया है। इस कारण तुर्की की रक्षा कंपनियों के कई संभावित सौदे रद्द हो गए हैं।
🚀 ब्रह्मोस का डर, आर्मेनिया और साइप्रस से सहयोग
भारत अब ग्रीस, साइप्रस और आर्मेनिया जैसे तुर्की-विरोधी देशों को अपने हथियारों जैसे ब्रह्मोस मिसाइल, आकाश डिफेंस सिस्टम, और अन्य हाई-टेक हथियार देने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। इससे तुर्की और चीन दोनों में हलचल है।
📢 भारत की प्रतिक्रिया: ‘मुंहतोड़ जवाब की तैयारी’
मोदी सरकार इस पूरे प्रोपेगेंडा को रणनीतिक स्तर पर जवाब देने की योजना बना रही है। भारत न केवल अपने साझेदार देशों को सच से अवगत कराएगा, बल्कि हथियार निर्यात के जरिए अपनी डिफेंस डिप्लोमेसी को और मजबूत करेगा।