AIN NEWS 1: हाथरस में किडनैप हुए जियो फाइबर के मैनेजर अभिनव भारद्वाज को STF ने मुरादाबाद में मुठभेड़ के बाद सुरक्षित छुड़ा लिया। यह घटना शनिवार सुबह करीब 5 बजे मुरादाबाद के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में हुई। बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग की, जिसके जवाब में एक बदमाश के गले में गोली लग गई। पुलिस ने तीनों किडनैपर को गिरफ्तार कर लिया।
कैसे हुआ किडनैप?
हाथरस के नवल नगर कॉलोनी निवासी अभिनव भारद्वाज जियो फाइबर में मैनेजर हैं और मूल रूप से बिहार के बेगूसराय के रहने वाले हैं। 1 जनवरी को वह अपने सहकर्मियों के साथ एक होटल में पार्टी करने गए थे। जब वह रात तक घर नहीं लौटे, तो उनकी पत्नी स्वीटी भारद्वाज को फोन आया।
फोन करने वाले ने खुद को दिल्ली के कुख्यात बदमाश टिल्लू ताजपुरिया गैंग का सदस्य बताया। उसने धमकी दी कि अगर 20 लाख रुपए नहीं दिए गए, तो अभिनव की लाश भेज दी जाएगी। किडनैपर ने वीडियो कॉल पर तीन बार परिजनों से बात की और फिरौती की रकम मुरादाबाद में देने के लिए कहा।
किडनैपर्स का प्लान और फिरौती की मांग
एसपी सिटी मुरादाबाद रणवीर सिंह ने बताया कि किडनैप के बाद बदमाशों ने अभिनव को उत्तराखंड के अल्मोड़ा ले जाकर छुपा दिया। वहां से फिरौती के लिए 20 लाख रुपए मांगे। उन्होंने परिजनों को मुरादाबाद बुलाया और रकम देने की डिलीवरी तय की।
मुरादाबाद में STF का ऑपरेशन
जैसे ही परिजनों ने मुरादाबाद में फिरौती की रकम बदमाशों को सौंपी, STF ने पीछा करना शुरू कर दिया। तड़के 5 बजे DM आवास के पास पुलिस ने बदमाशों की कार को घेर लिया। बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में अल्मोड़ा निवासी विशाल नामक बदमाश के गले में गोली लग गई।
तीन बदमाश गिरफ्तार
STF और हाथरस पुलिस ने तीनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों में विशाल (राजपुरा, धारानोला), करण बिष्ट (मालगांव, 20 वर्ष), और सुजल कुमार (कनेली, 19 वर्ष) शामिल हैं। बदमाशों ने जियो मैनेजर को उत्तराखंड के अल्मोड़ा में छुपाया था।
परिजनों को मिली राहत
STF के इस ऑपरेशन से परिजनों ने राहत की सांस ली। अभिनव भारद्वाज को बदमाशों के चंगुल से सुरक्षित छुड़ा लिया गया है। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और किडनैपिंग के पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
STF और पुलिस की तत्परता से यह मामला सुलझाया गया। बदमाशों की धमकी और फिरौती की योजना को नाकाम करते हुए पुलिस ने न सिर्फ मैनेजर को बचाया, बल्कि तीनों आरोपियों को भी गिरफ्तार किया।