AIN NEWS 1कोलकाता: जैसा कि आप जानते है जेसीबी का जिक्र आते ही तोड़फोड़ और विध्वंस की तस्वीरें हमारे जेहन में ताजा होने लगती हैं. ब्रिटिश कारोबारी जोसेफ सिरिल बैमफोर्ड ने 1945 में ही जे.सी. बैमफोर्ड एक्सकेवेटर्स लिमिटेड एक कंपनी बनाई थी, जिसको शॉर्ट में जेसीबी भी कहा जाता है. इस जोसेफ का अब निधन हो चुका है, ऐसा मानो लगभग अब भी वह कब्र में करवटें बदल रहे होंगे. चुकी इसकी एक ताजा वजह पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर का ताजिमुल इस्लाम ही है, क्योंकि उसे भी लोग अब जेसीबी कहकर ही पुकारते हैं.इस ताजिमुल का एक वीडियो इस रविवार को सोशल मीडिया पर खूब ज्यादा वायरल हुआ था. इसमें वह एक महिला और एक ऐसे ही शख्स को बीच सड़क पर कोड़े मारता हुआ साफ़ दिख रहा था. इस वीडियो पर खूब ज्यादा हंगामा मचा, जिसके बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी कर लिया था.यह पूरी घटना पश्चिम बंगाल के लखीपुर ग्राम पंचायत के दिघलगांव गांव में ही हुई, जहां पर कुछ आपसी झगड़ों को सुलझाने के लिए बंगाली शब्द ‘सलीशी सभा’ को आयोजित किया गया था. हालांकि ताजिमुल की अध्यक्षता में ही हुई यह पूरी बैठक एक तरह से कंगारू कोर्ट में बदल गई. इसमें यह फैसला लिया गया कि कथित तौर पर ‘अवैध’ संबंध में शामिल पाए गए इन दोनों लोगों की सबके सामने पिटाई की जानी चाहिए.
आखिर ‘जेसीबी’ क्यों पड़ा गया नाम?
Now infamous JCB is perpetuating such crime and running the extortion racket at Chopra and @WBPolice is pretending to be innocent onlookers.#Chopra #TMCgundaRaj pic.twitter.com/wWElFgziJ5
— Md Salim (@salimdotcomrade) July 1, 2024
इस पूरे मामले में गिरफ्तार ताजिमुल उर्फ जेसीबी को स्थानीय लोग जेसीबी कहकर ही बुलाया करते थे. इस वीडियो के वारयल होने से बहुत पहले ही उसका जेसीबी नाम पड़ भी चुका था. ताजिमुल बुलडोजर के पार्टी आदि ने भी जेसीबी की तरह ही ‘फौरन न्याय दिलाकर’ यह इतना नाम कमाया था. इलाके के लोग उसके कई सारे किस्से सुनाते हैं, जो शायद ही कभी स्थानीय या राष्ट्रीय सुर्खियों में अभी तक आए हों.ताजिमुल की इस दौरान गिरफ्तारी के तुरंत बाद ही उसके जुल्म को दिखाते हुए कई सारे उसके पुराने वीडियो भी सामने आने लगे है. एक वीडियो में देखें यह जेसीबी कथित तौर पर रात के अंधेरे में एक युवा जोड़े को कैसे रस्सियों से बांधकर घसीटता हुआ सा दिख रहा है. वहीं एक दूसरे वीडियो में भी लुंगी पहने एक अन्य शख्स को यह बेरहमी से पीटते हुए दिखाया जा रहा है, जिसके बारे में यह भी कहा जा रहा है कि वह जेसीबी ही है. हालांकि AIN NEWS 1 इन सभी वीडियो की प्रामाणिकता की स्वतंत्र रूप से पुष्टि तो नहीं कर सका है.
आख़िर इस ताजिमुल को कहां से मिली ऐसी ताकत?
यहां हम आपको बता दें ताजिमुल उर्फ जेसीबी के इन सभी वीडियोज़ को देखकर एक सवाल मन में उठता है कि उसे ऐसी हिम्मत आख़िर कैसे मिली, जो बीच सड़क पर इस तरह से वह लोगों को मारता-पीटता दिखता है. सीपीएम नेता मोहम्मद सलीम ने इस जेसीबी पर पार्टी नेता मंसूर आलम की हत्या का ‘मुख्य आरोपी’ होने का भी आरोप लगाया है. सलीम 2023 में उत्तर दिनाजपुर के ही चोपड़ा इलाके में पंचायत चुनाव से पहले हुई हिंसा का भी जिक्र कर रहे थे, जिसमें आलम को उनके नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान ही गोली मार दी गई थी. टीएमसी ने तब इस पूरे ब्लॉक में ही पंचायत के तीनों स्तरों पर सभी की सभी सीटें निर्विरोध ही जीती थीं.वहीं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार भी इस ताजिमुल उर्फ जेसीबी की गिरफ्तारी पर कई सारे सवाल उठाते हैं. उन्होंने कहा, ‘इस गिरफ्तारी का आखिर क्या मतलब है? वह तो हमीदुल का भी करीबी है. हमीदुल ही अप्रत्यक्ष रूप से उसका पूरा सपोर्ट कर रहा है. उन्हें हमीदुल को भी गिरफ्तार करना चाहिए.’
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इसके साथ ही मजूमदार यहां टीएमसी विधायक हमीदुल रहमान का जिक्र कर रहे थे, जिन्होंने सड़क में इन दोनों लोगों की इन पिटाई को जायज भी ठहराया था. इस घटना को लेकर पूछे जाने पर रहमान ने यह सवाल किया था, ‘क्या इस महिला ने शिकायत की है? तो फिर आप (रिपोर्टर) लगातार इस पर आख़िर क्यों हमला कर रहे हैं. यहां महिला अपने पति के बिना ही असामाजिक गतिविधियों में लिप्त थी.’
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