AIN NEWS 1 | महाराष्ट्र के मत्स्य पालन और बंदरगाह मंत्री नितेश राणे ने एक बार फिर विवादों को जन्म दिया है। सांगली में हिंदू गर्जना सभा में बोलते हुए उन्होंने ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) का मतलब ‘हर वोट मुल्ला के खिलाफ’ बताया। राणे ने कहा, “हां, हम ईवीएम के जरिए एमएलए बने हैं, लेकिन ईवीएम का मतलब है ‘हर वोट मुल्ला के खिलाफ’।”
‘हिंदू समुदाय ने एकजुट होकर मतदान किया’
राणे ने अपने बयान में विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल ईवीएम को दोष दे रहे हैं क्योंकि वे इस तथ्य को पचा नहीं पा रहे हैं कि हिंदू समुदाय ने एकजुट होकर मतदान किया है।
पुराने विवादित बयान
यह पहली बार नहीं है जब नितेश राणे विवादों में आए हों। इससे पहले उन्होंने केरल को ‘मिनी पाकिस्तान’ कहा था और वहां के मतदाताओं को लेकर भी विवादित बयान दिए थे।
जितेंद्र आव्हाड का पलटवार
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के नेता जितेंद्र आव्हाड ने नितेश राणे के बयान की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा, “नितेश राणे ने संविधान पर हाथ रखकर शपथ ली है, लेकिन अब वह हिंदू-मुस्लिम के नाम पर समाज को बांटने का काम कर रहे हैं।”
ईवीएम पर उठे सवाल
आव्हाड ने चुनाव प्रक्रिया पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “चुनाव के दौरान 201 बूथों पर हमला हुआ और बूथ कैप्चरिंग की घटनाएं हुईं। जिला प्रशासन ने निष्पक्षता से काम नहीं किया। चुनाव आयोग को इन घटनाओं का संज्ञान लेना चाहिए और जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करनी चाहिए।”