Sub-Inspector Suspended for Replacing Real Gold Chain with Fake One in Meerut Loot Case
मेरठ में 19 ग्राम की असली सोने की चेन बदलने वाले दरोगा निलंबित, विभागीय जांच शुरू
AIN NEWS 1: मेरठ में पुलिस विभाग एक बार फिर विवादों में है। इस बार परतापुर थाने की कताई मिल चौकी के प्रभारी सब इंस्पेक्टर रितुराज पर आरोप है कि उन्होंने लूट की वारदात में बरामद हुई 19 ग्राम की असली सोने की चेन को नकली चेन से बदल दिया। इस गंभीर आरोप के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ. विपिन ताडा ने उन्हें निलंबित कर दिया है और उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी जारी कर दिए हैं।
यह मामला ग्राम पंचायत अधिकारी राहुल सहारन से जुड़ा है, जो रोहटा रोड पर रहते हैं। दो अप्रैल को ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र में बदमाशों ने उन्हें निशाना बनाया और उनका मोबाइल फोन और सोने की चेन लूट ली थी। यह घटना पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज तो नहीं हुई, लेकिन पीड़ित ने समय रहते शिकायत की थी।
तीन दिन पहले परतापुर थाना पुलिस ने इस लूट के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनके पास से लूटा गया मोबाइल फोन और सोने की चेन बरामद कर ली। इस बीच, 20 मई को ब्रह्मपुरी थाना पुलिस ने इस मामले को चोरी के रूप में दर्ज किया, जबकि यह असल में लूट की वारदात थी।
यहीं से दरोगा रितुराज की भूमिका संदिग्ध हो गई। जब बरामद की गई चेन पुलिस के पास आई, तो वह 19 ग्राम की असली सोने की चेन थी। लेकिन रितुराज ने कथित रूप से लालच में आकर असली चेन को बदल दिया और रिकॉर्ड में एक नकली चेन दिखा दी। पीड़ित राहुल सहारन को जब इस बात का अंदेशा हुआ, तो उन्होंने मेरठ के एसएसपी डॉ. विपिन ताडा से सीधे शिकायत की।
एसएसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एएसपी अंतरिक्ष जैन को जांच सौंपी। जांच में यह स्पष्ट हो गया कि दरोगा रितुराज ने चेन की हेराफेरी की थी। जब एसएसपी ने उन्हें जेल भेजने की चेतावनी दी, तो उन्होंने असली चेन वापस पुलिस के सुपुर्द कर दी। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
इस पूरे घटनाक्रम ने मेरठ पुलिस की छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक ओर जहां पुलिस अपराधियों को पकड़ने का दावा करती है, वहीं दूसरी ओर खुद उसके कुछ अधिकारी ऐसे मामलों में संलिप्त पाए जाते हैं, जो कानून की रक्षा करने की शपथ लेते हैं।
एसएसपी डॉ. ताडा ने तत्परता दिखाते हुए दरोगा रितुराज को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। मामले की जांच अब एसपी क्राइम अवनीश कुमार को सौंपी गई है, जो सभी पक्षों से पूछताछ कर रिपोर्ट सौंपेंगे।
यह घटना न केवल पुलिस विभाग की आंतरिक ईमानदारी पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि आम जनता के भरोसे को भी प्रभावित करती है। एक जिम्मेदार पद पर बैठे अधिकारी से इस तरह की उम्मीद नहीं की जाती। अब देखना यह होगा कि विभागीय जांच के बाद इस मामले में और क्या कदम उठाए जाते हैं।
In a shocking case from Meerut, Sub-Inspector Rituraj has been suspended after he was found guilty of replacing a real 19-gram gold chain with a fake one in a robbery case. The gold chain was recovered during the arrest of suspects involved in the loot, but the SI swapped it, leading to departmental action. SSP Meerut Dr. Vipin Tada has initiated a strict inquiry into this police corruption incident, raising serious concerns about integrity within the Uttar Pradesh police force. This Meerut loot case once again highlights the urgent need for accountability and transparency in police procedures.