AIN NEWS 1: आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में मोबाइल फोन हमारी रोज़मर्रा की जरूरत बन चुका है। लेकिन यही मोबाइल अगर वाहन चलाते समय इस्तेमाल किया जाए, तो यह हमारी और दूसरों की जान के लिए खतरा बन सकता है।
वाहन चलाते समय ध्यान पूरी तरह सड़क पर होना चाहिए। जब कोई चालक मोबाइल पर बात करता है, मैसेज करता है या सोशल मीडिया स्क्रॉल करता है, तो उसका ध्यान बंटता है। यह ध्यान भटकाव एक पल में बड़ा हादसा बन सकता है। कई बार देखा गया है कि लोग ट्रैफिक लाइट पर मोबाइल निकालते हैं और ध्यान सड़क से हट जाता है। यह लापरवाही न केवल उनके लिए, बल्कि अन्य वाहन चालकों और पैदल यात्रियों के लिए भी जानलेवा साबित हो सकती है।
कानून भी इस तरह की लापरवाही को गंभीरता से लेता है। भारत में मोटर वाहन अधिनियम के तहत वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग करना दंडनीय अपराध है। अगर कोई चालक ऐसा करते हुए पकड़ा जाता है, तो उस पर भारी जुर्माना लगाया जा सकता है, लाइसेंस निलंबित हो सकता है और कभी-कभी जेल भी हो सकती है।
इसके अलावा, तकनीकी विकल्प भी मौजूद हैं जिससे आप सुरक्षित रह सकते हैं। जैसे—ब्लूटूथ हेडसेट, वॉयस कमांड या कार सिस्टम से जुड़ा कॉलिंग फीचर। लेकिन इनका प्रयोग भी तभी करें जब वाहन रुका हो या सड़क पूरी तरह सुरक्षित हो।
हमें यह समझने की जरूरत है कि एक कॉल या मैसेज इतना ज़रूरी नहीं है कि हम अपनी या किसी और की ज़िंदगी को खतरे में डाल दें। अपने परिवार, समाज और खुद की सुरक्षा के लिए यह बेहद जरूरी है कि हम वाहन चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल पूरी तरह से टालें।
याद रखें:
वाहन चलाते समय सिर्फ वाहन चलाएं। मोबाइल नहीं
Using a mobile phone while driving is one of the leading causes of road accidents across the world. In India, distracted driving due to mobile use has led to countless lives lost. To ensure road safety and prevent accidents, it is critical to avoid using phones while behind the wheel. Following traffic rules in India not only protects the driver but also pedestrians and fellow motorists. Always remember, no call or message is worth risking a life.
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