AIN NEWS 1 मोदीनगर, बेगमबाद बुदाना: मोदीनगर तहसील क्षेत्र के बेगमबाद बुदाना के पीर मोहल्ले में एक पुराने कब्रिस्तान और मस्जिद की चारदीवारी को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। स्थानीय निवासियों और कई हिंदू संगठनों ने इसे अवैध बताते हुए उपजिलाधिकारी (एसडीएम) मोदीनगर को एक ज्ञापन सौंपा है।
क्या है पूरा मामला?
पीर मोहल्ले में स्थित एक बड़ी मस्जिद और उससे सटे कब्रिस्तान की चारदीवारी को लेकर विवाद तब शुरू हुआ जब मस्जिद कमेटी द्वारा बाहरी दीवार का निर्माण कार्य शुरू कराया गया। स्थानीय लोगों और हिंदू संगठनों का आरोप है कि यह निर्माण उस जमीन पर किया जा रहा है जो मस्जिद या कब्रिस्तान की मूल भूमि से बाहर है।
किसने जताई आपत्ति?
इस मुद्दे पर कई प्रमुख हिंदू संगठनों ने एक साथ मोर्चा संभाला है। ज्ञापन सौंपने वालों में विश्व हिंदू सनातन वाहिनी, सत्य सनातन युवा वाहिनी, हिंदू जागरण मंच और बजरंग दल के सदस्य शामिल थे। इन संगठनों ने आरोप लगाया कि मस्जिद कमेटी सीमाओं से बाहर जाकर अवैध रूप से भूमि पर कब्जा कर रही है, जो प्रशासनिक नियमों के विरुद्ध है।
ज्ञापन में क्या मांग की गई?
ज्ञापन में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि:
मस्जिद और कब्रिस्तान की जो भूमि पहले से चिह्नित है, उसकी सीमाएं तय की जाएं।
मस्जिद कमेटी द्वारा की जा रही चारदीवारी का भौतिक सत्यापन कराया जाए।
यदि यह पाया जाए कि सीमाओं से बाहर कब्जा किया गया है, तो उसे तत्काल प्रभाव से हटाया जाए।
अवैध कब्जे वाली भूमि को नगर पालिका परिषद मोदीनगर के अंतर्गत लाया जाए।
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
एसडीएम मोदीनगर ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल जांच के आदेश जारी किए हैं। उन्होंने एक जांच समिति गठित की है जिसमें दो नायब तहसीलदार, लेखपाल, थाना अध्यक्ष मोदीनगर और दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है। यह टीम मौके पर जाकर:
जमीन की मापन (पैमाइश) करेगी,
वास्तविक सीमा का निर्धारण करेगी,
यदि कोई भूमि अवैध रूप से कब्जाई गई है, तो उसे मुक्त कराया जाएगा।
जांच समिति में कौन-कौन शामिल होगा?
दो नायब तहसीलदार
संबंधित क्षेत्र के लेखपाल
थाना अध्यक्ष, मोदीनगर
मस्जिद कमेटी के प्रतिनिधि
हिंदू संगठनों के प्रतिनिधि
स्थानीय नेताओं की सक्रिय भागीदारी
ज्ञापन सौंपने और प्रशासन से कार्रवाई की मांग करने वालों में कई स्थानीय कार्यकर्ता और समाजसेवी भी उपस्थित थे। इनमें शामिल थे:
बबलू चौधरी
नीरज शर्मा
राज वर्मा
पंकज कंसल
सागर
कृष्णपाल सिंह
सुखबीर सिंह
अरुण चौधरी
मधुर नेहरा
प्रशांत शर्मा
डॉ. सागर कुमार
बनती
राजन
निर्दोष एडवोकेट
शशांक कश्यप
विनोद
कविता चौधरी
अन्य सैकड़ों स्थानीय कार्यकर्ता
मस्जिद कमेटी की ओर से क्या प्रतिक्रिया आई?
इस पूरे प्रकरण पर मस्जिद कमेटी की ओर से कोई औपचारिक बयान अभी तक सामने नहीं आया है। हालांकि स्थानीय सूत्रों का कहना है कि मस्जिद कमेटी इस भूमि को पारंपरिक धार्मिक स्थल मानती है और उनका मानना है कि चारदीवारी पुराने नक्शों के अनुरूप हो रही है।
क्यों है मामला संवेदनशील?
धार्मिक स्थलों से जुड़े भूमि विवाद बेहद संवेदनशील होते हैं, खासकर जब इसमें दोनों समुदायों की आस्था जुड़ी होती है। प्रशासन पर यह दबाव है कि वह निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से इस मामले की जांच करे, ताकि किसी भी पक्ष को अन्याय न हो और क्षेत्र में शांति बनी रहे।
क्या कहते हैं जानकार?
भूमि मामलों के विशेषज्ञों का मानना है कि यदि पहले से कोई सीमांकन नक्शा मौजूद है, तो उसी के आधार पर तत्काल पैमाइश कराकर स्थिति स्पष्ट की जा सकती है। प्रशासन की निष्पक्षता इस विवाद को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
मोदीनगर के बेगमबाद बुदाना में कब्रिस्तान और मस्जिद की चारदीवारी को लेकर उठे इस विवाद ने प्रशासन को हरकत में ला दिया है। हिंदू संगठनों की सक्रियता और स्थानीय लोगों की चिंता को देखते हुए एसडीएम ने गंभीर रुख अपनाया है। आने वाले दिनों में जांच समिति की रिपोर्ट से साफ हो जाएगा कि कौन सही है और कौन गलत। उम्मीद की जा रही है कि कानून के दायरे में रहकर सभी पक्ष शांति और सद्भावना के साथ समाधान की ओर बढ़ेंगे।
In Modinagar’s Begambad Budhana area, a major dispute has arisen over the alleged illegal construction of a boundary wall around a mosque and its adjoining graveyard. Various Hindu organizations, including Vishwa Hindu Sanatan Wahini and Bajrang Dal, have submitted a memorandum to the SDM of Modinagar, demanding immediate land measurement to stop illegal mosque land encroachment. The SDM has appointed a joint investigation team, triggering legal and local administrative action over this sensitive religious land issue.