नमस्कार,
कल की बड़ी खबर दुबई एयर शो में तेजस फाइटर कैश होने को लेकर है। वहीं, दूसरी बड़ी खबर आजम खान से जुड़ी है। जस्टिस समीर जैन ने कहा- अब मैं आजम से जुड़े केस की सुनवाई नहीं कर सकता।
आज के प्रमुख इवेंट्स:
- PM मोदी साउथ अफ्रीका दौरे पर हैं। G20 देशों के 20वें शिखर सम्मेलन में स्पीच देंगे।
- यूपी के CM योगी प्रयागराज में जनवरी 2026 से शुरू होने वाले माघ मेले की तैयारियों की समीक्षा करेंगे।
कल की बड़ी खबरें:
दुबई एयर शो में भारत का तेजस फाइटर जेट क्रैश, पायलट की मौत

मुख्य बिंदु
• डेमो फ्लाइट के दौरान अल मकतूम एयरपोर्ट पर तेजस फाइटर जेट हादसे का शिकार
• गिरते ही विमान में आग लगी, पायलट की मौके पर ही मौत
• भारतीय वायुसेना ने घटना की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए
दुबई एयर शो में शुक्रवार को भारतीय वायुसेना का तेजस फाइटर जेट एक डेमो फ्लाइट के दौरान क्रैश हो गया। यह हादसा अल मकतूम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हुआ, जहां तेजस अपने कौशल का प्रदर्शन कर रहा था। विमान गिरते ही उसमें आग लग गई और पायलट की मौत हो गई।
भारतीय वायुसेना ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आदेश दिया है, ताकि क्रैश की असल वजह सामने आ सके। यह तेजस फाइटर जेट के क्रैश होने की दूसरी बड़ी घटना है। इससे पहले 2024 में राजस्थान के पोकरण में युद्धाभ्यास के दौरान इंजन फेल होने के कारण तेजस का एक और विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था।
दुबई एयर शो दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित एयरोस्पेस आयोजनों में से एक है, जिसमें विभिन्न देशों की एयर फोर्सेज, एयरलाइंस और एयरोस्पेस कंपनियां अपने आधुनिक विमान, हेलिकॉप्टर और हथियार प्रणालियां प्रदर्शित करती हैं। यह शो हर दो साल में अल मकतूम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आयोजित होता है।
इस बार के आयोजन में तेजस तीसरी बार शामिल हुआ था और अपने प्रदर्शन के कारण काफी चर्चा में भी रहा। लेकिन डेमो फ्लाइट के दौरान हुई इस दुर्घटना ने सभी को हैरान कर दिया। भारतीय वायुसेना अब जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
20 साल बाद नीतीश कुमार ने छोड़ा गृह मंत्रालय, अब जिम्मेदारी सम्राट चौधरी को

मुख्य बिंदु
• 20 साल बाद नीतीश कुमार ने गृह मंत्रालय अपने पास से हटाया
• डिप्टी मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को कानून-व्यवस्था की पूरी जिम्मेदारी
• 26 मंत्रियों के विभागों में फेरबदल, वित्त बिजेंद्र यादव और स्वास्थ्य मंगल पांडे को मिला
बिहार में नई सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल किया है। 20 नवंबर को शपथ लेने के बाद उन्होंने गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी खुद से हटाकर डिप्टी मुख्यमंत्री और BJP नेता सम्राट चौधरी को सौंप दी है। यह 20 साल में पहली बार है जब नीतीश ने गृह विभाग अपने पास नहीं रखा।
नई जिम्मेदारी के तहत सम्राट चौधरी अब राज्य की कानून-व्यवस्था के पूरे प्रभारी होंगे। पुलिस विभाग से जुड़े सभी अधिकारी सीधे उन्हें रिपोर्ट करेंगे। IPS अधिकारियों की पोस्टिंग, ट्रांसफर और सस्पेंशन का पूरा अधिकार भी अब उनके पास रहेगा। नक्सलवाद, गैंगस्टर गतिविधियों और संगठित अपराधों से निपटने की रणनीति बनाना और बड़े ऑपरेशन चलाना भी उनके नेतृत्व में होगा।
इसके अलावा, विभागों के नए बंटवारे में JDU के वरिष्ठ नेता बिजेंद्र यादव को वित्त मंत्रालय दिया गया है। वहीं मंगल पांडे एक बार फिर स्वास्थ्य मंत्री बनाए गए हैं। पहली बार मंत्री बनीं श्रेयसी सिंह को खेल विभाग की जिम्मेदारी मिली है। कुल 26 मंत्रियों को विभागों का नया प्रभार सौंपा गया है, जिससे सरकार अपने कामकाज को और अधिक सुसंगठित तरीके से आगे बढ़ा सके।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज समीर जैन ने आजम खान के सभी केसों से खुद को अलग किया

मुख्य बिंदु
• जस्टिस समीर जैन ने आजम खान से जुड़े 4 मामलों की सुनवाई से खुद को हटाया
• जज ने अदालत में वकीलों के सामने कहा कि वे अब इस केस की सुनवाई नहीं करेंगे
• किस बेंच को मामले दिए जाएंगे, इसका फैसला चीफ जस्टिस करेंगे
इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस समीर जैन ने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान से जुड़े सभी मामलों की सुनवाई से खुद को अलग कर लिया है। उनकी सिंगल बेंच में आजम खान के कुल चार मामले लंबित थे, जिन पर वे लगातार सुनवाई कर रहे थे। अब इन मामलों के आवंटन का फैसला हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस करेंगे।
यह कदम 2016 के यतीमखाना केस की सुनवाई से ठीक पहले आया। अदालत की कार्यवाही शुरू होने पर जस्टिस समीर जैन ने खुले कोर्ट में सभी वकीलों को बताया कि वे अब आजम खान से जुड़े किसी भी केस की सुनवाई नहीं कर पाएंगे। उन्होंने इसके पीछे की वजह का खुलासा नहीं किया।
जस्टिस समीर जैन का नाम उस समय सुर्खियों में आया था जब उन्होंने माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे और विधायक अब्बास अंसारी को मिली 2 साल की सजा पर रोक लगा दी थी। इस फैसले के कारण अब्बास की विधायकी भी बहाल हो गई थी। जस्टिस जैन पहले भी कई हाई-प्रोफाइल मामलों की सुनवाई कर चुके हैं, जिनमें कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर, सपा सांसद जियाउर रहमान बर्क और पूर्व विधायक इरफान सोलंकी से जुड़े मामले शामिल हैं।
‘दिल्ली ब्लास्ट जांच में बड़ा खुलासा: कश्मीरी अस्पतालों में हथियार छिपाने की साजिश, हमास जैसी रणनीति अपना रहा था जैश

मुख्य बिंदु
• जांच में पता चला कि जैश-ए-मोहम्मद कश्मीर के अस्पतालों को हथियारों के ठिकाने के रूप में इस्तेमाल करने की तैयारी कर रहा था
• पाकिस्तान से भेजे गए 40 बम बनाने के वीडियो आरोपी को मिले थे
• व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल में कई डॉक्टर शामिल, दिल्ली धमाका भी उसी का हिस्सा
दिल्ली ब्लास्ट की जांच में खुफिया एजेंसियों को एक बड़ा खुलासा मिला है। जांच के अनुसार, आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद कश्मीर के अस्पतालों में हथियार छिपाने की तैयारी कर रहा था। यह तरीका बिल्कुल वैसा ही है जैसा हमास अपनाता है, जो नागरिक इलाकों, स्कूलों और अस्पतालों में हथियारों का जखीरा छिपाकर रखता है ताकि सुरक्षा एजेंसियों की नजर से बचा जा सके।
जानकारी सामने आने के बाद गांदरबल और कुपवाड़ा के कई अस्पतालों में तलाशी अभियान चलाया गया। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि 90 के दशक में भी आतंकियों द्वारा अस्पतालों को हथियार जमा करने के लिए इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन संयुक्त कार्रवाई के बाद इस सिस्टम को खत्म कर दिया गया था। अब एक बार फिर उसी पुरानी रणनीति को जीवित करने की कोशिश की जा रही थी।
जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान में बैठे जैश के हैंडलर ‘हंजुल्ला’ ने दिल्ली धमाके के आरोपी डॉ. मुजम्मिल को बम बनाने के करीब 40 वीडियो भेजे थे। दोनों की मुलाकात शोपियां के मौलवी इरफान ने करवाई थी। इसके बाद एक व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल तैयार हुआ, जिसमें कई डॉक्टरों और शिक्षित लोगों को शामिल किया गया। दिल्ली में हुआ धमाका भी इसी मॉड्यूल की गतिविधियों का हिस्सा था।
दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बना, AQI 500 पार; सभी स्कूलों में स्पोर्ट्स इवेंट्स पर रोक

मुख्य बिंदु
• दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 500 से ऊपर, खतरनाक स्तर पर पहुंचा
• आईक्यू एयर की लाइव रैंकिंग में दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर
• दिल्ली सरकार ने सभी स्कूलों में स्पोर्ट्स इवेंट्स पर अस्थायी रोक लगाई
दिल्ली-NCR में प्रदूषण लगातार गंभीर रूप लेता जा रहा है। राजधानी दिल्ली का AQI 500 के पार पहुंच चुका है, जो वायु गुणवत्ता की खतरनाक श्रेणी में आता है। प्रदूषण के इस स्तर पर सांस लेना भी स्वास्थ्य के लिए जोखिमपूर्ण माना जाता है।
दुनियाभर की वायु गुणवत्ता मापने वाली संस्था ‘आईक्यू एयर’ ने अपनी लाइव रैंकिंग में दिल्ली को दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बताया है। सर्दियों की शुरुआत के साथ हवा की गति कम होने और स्थानीय प्रदूषण बढ़ने से हालात और खराब होते जा रहे हैं।
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने सभी स्कूलों में नवंबर और दिसंबर महीने में होने वाले स्पोर्ट्स इवेंट्स पर रोक लगाने का फैसला किया है। यह कदम बच्चों को प्रदूषण के खतरों से बचाने के लिए उठाया गया है।
इससे पहले 18 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने भी प्रदूषण की स्थिति पर चिंता जताई थी और सुझाव दिया था कि दिल्ली के स्कूलों में किसी भी प्रकार के स्पोर्ट्स फंक्शन न कराए जाएं, क्योंकि बच्चे प्रदूषण के प्रभाव के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।
सरकार और एजेंसियां प्रदूषण नियंत्रण के लिए कई उपाय कर रही हैं, लेकिन फिलहाल हवा की गुणवत्ता बेहद खराब बनी हुई है और इससे राहत मिलने के आसार कम दिखाई दे रहे हैं।
शादी के 7वें दिन पत्नी ने करवाया पति का मर्डर, प्रेमी ने माथे पर गोली मारकर की हत्या

मुख्य बिंदु
• बस्ती में नई दुल्हन ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कराई
• प्रेमी ने पता पूछने के बहाने युवक को बहलाया और माथे पर गोली मार दी
• पुलिस ने कुछ ही घंटों में आरोपी प्रेमी और उसके नाबालिग साथी को गिरफ्तार किया
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में एक चौंकाने वाली वारदात सामने आई है। शादी के सिर्फ सातवें दिन एक दुल्हन ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या करवा दी। घटना बेदीपुर गांव की है, जहां गुरुवार शाम मृतक अनीश अपने घर के बाहर टहल रहा था।
इसी दौरान दुल्हन रुकसाना के प्रेमी रिंकू सिंह वहां पहुंचा। वह पता पूछने के बहाने अनीश के पास आया और बातों में उलझाकर उसे कुछ दूरी तक ले गया। अचानक रिंकू ने कट्टा निकालकर अनीश के माथे पर गोली मार दी।
परिजन तुरंत उसे श्रीराम चिकित्सालय, अयोध्या ले गए और वहां से मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, लेकिन डॉक्टर उसे बचा नहीं सके। घटना के कुछ ही घंटों में पुलिस ने आरोपी रिंकू और उसके एक नाबालिग साथी को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में रिंकू ने स्वीकार किया कि उसका रुकसाना से करीब दो साल से प्रेम संबंध था और दोनों एक-दूसरे से शादी करना चाहते थे। लेकिन रुकसाना की शादी 13 नवंबर को गोंडा निवासी रुकसाना से हो गई।
शादी के बाद भी वह प्रेमी से संपर्क में बनी रही। 19 नवंबर को चौथी के बहाने जब वह मायके आई, तभी उसने रिंकू के साथ मिलकर पति की हत्या की साजिश रची।
पुलिस के अनुसार, रुकसाना ने भी पूछताछ में कबूल किया है कि प्रेमी ने उसके पति की मौत के बदले में उससे शादी करने का वादा किया था। फिलहाल पुलिस दोनों आरोपियों से आगे की पूछताछ कर रही है और मामले की जांच जारी है।
देश में 29 पुराने श्रम कानून खत्म, अब लागू हुए 4 नए लेबर कोड; कर्मचारियों को 1 साल में मिलेगी ग्रेच्युटी

मुख्य बिंदु
• 29 पुराने श्रम कानूनों की जगह 4 नए लेबर कोड लागू
• फिक्स्ड-टर्म कर्मचारियों को केवल 1 साल में ग्रेच्युटी का लाभ
• मजदूरों को समय पर वेतन, ओवरटाइम का दोगुना भुगतान और सोशल सिक्योरिटी की गारंटी
भारत सरकार ने श्रम सुधारों की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए देश के 29 पुराने श्रम कानूनों को खत्म कर दिया है और उनकी जगह अब 4 नए लेबर कोड लागू कर दिए गए हैं। इन नए नियमों का उद्देश्य कामगारों को अधिक सुरक्षा, बेहतर सुविधाएं और समय पर वेतन सुनिश्चित करना है।
नई व्यवस्था के तहत मजदूरों को न्यूनतम वेतन समय पर मिलेगा, ओवरटाइम का भुगतान दोगुना किया जाएगा और महिलाओं को समान काम के लिए समान वेतन की गारंटी दी जाएगी। इसके अलावा लगभग 40 करोड़ मजदूरों को सोशल सिक्योरिटी के दायरे में लाने का लक्ष्य रखा गया है।
एक महत्वपूर्ण बदलाव यह है कि अब फिक्स्ड-टर्म कर्मचारियों को केवल 1 साल की नौकरी के बाद भी ग्रेच्युटी मिल सकेगी। 40 वर्ष से अधिक उम्र के हर कर्मचारी को साल में एक बार मुफ्त हेल्थ चेकअप मिलेगा। खतरनाक उद्योगों में काम करने वाले मजदूरों के लिए 100% हेल्थ सिक्योरिटी अनिवार्य की गई है।
नए कोड्स का दायरा बढ़ाया गया है और PF, ESIC, बीमा और अन्य सामाजिक सुरक्षा लाभ अब गिग वर्कर्स तक भी पहुंचेंगे।
हालांकि, ट्रेड यूनियनों ने इन लेबर कोड्स की आलोचना की है। 10 यूनियनों के संयुक्त फोरम ने कहा कि यह सुधार मजदूरों के हितों के खिलाफ हैं और कंपनियों के पक्ष में ज्यादा अनुकूल हैं। दूसरी ओर, भारतीय मजदूर संघ ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि यह बदलाव लंबे समय से आवश्यक थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नए लेबर कोड देश के मजदूरों को बेहतर सुरक्षा, समय पर वेतन और सुरक्षित कार्यस्थल उपलब्ध कराएंगे। इससे युवाओं और महिलाओं को रोजगार के अधिक अवसर मिलेंगे और उद्योगों में आधुनिक और न्यायसंगत कार्यसंस्कृति विकसित होगी।



















