AIN NEWS 1 मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के बुढ़ाना कस्बे में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट के मामले में प्रदर्शन और पुलिस कार्रवाई के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान ने BJP नेताओं और समर्थकों के साथ आरोपी अखिल त्यागी के घर का दौरा किया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से मांग की कि पत्थरबाजों की गिरफ्तारी की जाए और भीड़ तंत्र के दबाव में नहीं आना चाहिए।
घटना का संदर्भ
सोशल मीडिया पर एक आपत्तिजनक पोस्ट के चलते बुढ़ाना में तनाव बढ़ गया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी अखिल त्यागी को गिरफ्तार किया। इस गिरफ्तारी के खिलाफ कुछ लोग सड़कों पर उतर आए, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। डॉ. संजीव बालियान ने इस घटना को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की और पुलिस से कार्रवाई की मांग की।
संजीव बालियान का बयान
डॉ. संजीव बालियान ने कहा, “अखिल त्यागी का घर और परिवार मेरा है। मैं यहां यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि हमने 10 साल तक पुलिस को अराजकतत्वों के खिलाफ स्वतंत्रता दी है। अब भी उन्हें स्वतंत्र रहकर काम करने की आवश्यकता है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि यदि पत्थरबाजों की गिरफ्तारी नहीं की गई, तो यह याद रखना चाहिए कि भीड़ उनके पास भी है।
पुलिस प्रशासन पर सवाल
बालियान ने पुलिस प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि हिंदू समाज के लोग भी सड़क पर उतरते, तो स्थिति कितनी गंभीर हो सकती थी। उन्होंने इस मुद्दे पर पुलिस अधिकारियों से कड़े सवाल पूछे और कहा कि पुलिस को भीड़ के दबाव में नहीं आना चाहिए।
मीटिंग का विवरण
अखिल त्यागी के घर पर हुई मीटिंग में डॉ. बालियान ने पुलिस इंस्पेक्टर आनंद देव मिश्रा को भी फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि एक जमानती अपराध के मामले में अखिल को जेल भेजने पर नाराजगी जताई और पथराव की शिकायत पर कार्रवाई न होने के कारण अधिकारियों से जवाब मांगा।
निष्कर्ष
डॉ. बालियान ने स्पष्ट किया कि बुढ़ाना में स्थिति को नियंत्रित रखना आवश्यक है और कानून का राज कायम रहना चाहिए। उनकी यह चेतावनी स्पष्ट है कि अगर प्रशासन ने आवश्यक कदम नहीं उठाए, तो बुढ़ाना में और भी ज्यादा तनाव उत्पन्न हो सकता है।
बुढ़ाना की यह घटना और डॉ. बालियान का समर्थन उनके राजनीतिक प्रभाव को दर्शाता है, लेकिन यह सवाल भी उठाता है कि क्या प्रशासन इन घटनाओं को संभालने में सक्षम है। अब यह देखना होगा कि क्या पुलिस कार्रवाई करेगी या फिर स्थिति और बिगड़ेगी।