AIN NEWS 1: आईआईटी की शानदार सैलरी पैकेज को ठुकराकर यूपी पुलिस में दारोगा बनने वाली उमा वाष्र्णेय का सपना अब आईपीएस बनने का है।
उमा वाष्र्णेय, जो बरेली की निवासी हैं, ने अपनी पढ़ाई की शुरुआत सुल्तानपुर स्थित कमला नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक करके की। इसके बाद उन्होंने आईआईटी जोधपुर से एमटेक किया। उन्हें बड़े पैकेज वाली नौकरियों के कई प्रस्ताव मिले, लेकिन उनका लक्ष्य कुछ और था।
उमा ने घरवालों के विरोध के बावजूद, बड़े पैकेज वाली कंपनियों की नौकरी को ठुकरा दिया। उनका मानना है कि पुलिस की नौकरी से वे अधिक लोगों की मदद कर सकती हैं, जबकि बड़ी कंपनियों में यह संभव नहीं होता और आगे की पढ़ाई का भी समय नहीं मिलता। उनके पिता वेद प्रकाश गुप्ता, जो खुद एक इंस्पेक्टर हैं, से प्रेरित होकर उमा ने पुलिस सेवा को चुना।
उमा का कहना है कि पुलिस की वर्दी में बहुत ताकत है और इसी कारण उन्होंने दारोगा की नौकरी जॉइन की। उन्हें अपनी पहली तैनाती ताजगंज थाने में मिली। वर्तमान में, वे साइबर थाने में तैनात हैं। यहां की तैनाती के लिए उनके चयन में उनकी मेधा और योग्यता ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उमा ने अपनी पढ़ाई का खर्च खुद उठाया और सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुट गई। अब उनका अगला लक्ष्य आईपीएस अफसर बनना है।