Who is Saifullah Khalid? TRF Deputy Chief and Mastermind of Pahalgam Terror Attack with Pakistan Army Links
पहलगाम आतंकी हमले का मास्टरमाइंड सैफुल्लाह खालिद: TRF का डिप्टी चीफ और पाक सेना से संबंध
AIN NEWS 1: 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए एक बड़े आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस हमले में 26 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और कई गंभीर रूप से घायल हुए। यह हमला आर्टिकल 370 हटने के बाद से अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है। इस हमले की जिम्मेदारी “द रेजिस्टेंस फ्रंट” (TRF) नामक आतंकी संगठन ने ली है। TRF का डिप्टी चीफ सैफुल्लाह खालिद इस हमले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि सैफुल्लाह खालिद कौन है, उसका TRF और पाकिस्तान से क्या संबंध है और इस हमले की पूरी पृष्ठभूमि क्या रही।
क्या हुआ पहलगाम में?
22 अप्रैल की शाम लगभग 8 बजे बैसरन घाटी, पहलगाम में पर्यटकों से भरी बस पर आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। हमले के दौरान आतंकियों ने करीब 50 से ज्यादा राउंड फायर किए। इस हमले में कुल 26 लोगों की मौत हुई जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। इसके अलावा 10 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
मृतकों में भारतीय राज्यों के नागरिकों के साथ-साथ भारतीय मूल के दो विदेशी नागरिक भी शामिल थे। आतंकियों ने यात्रियों के नाम पूछ-पूछकर गोली मारी जिससे यह साफ होता है कि यह हमला पहले से योजनाबद्ध था।
हमले का मास्टरमाइंड: सैफुल्लाह खालिद
इस हमले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है TRF का डिप्टी चीफ सैफुल्लाह खालिद, जिसे सैफुल्लाह कसूरी के नाम से भी जाना जाता है। वह लंबे समय से लश्कर-ए-तैयबा और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से जुड़ा हुआ है।
TRF में भूमिका
TRF यानी The Resistance Front, लश्कर-ए-तैयबा का ही एक नया रूप है जिसे पाकिस्तान ने FATF जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की नजरों से बचने के लिए खड़ा किया है। TRF का मकसद जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग, डर का माहौल बनाना और आतंकवाद को सामाजिक समर्थन दिलाना है। TRF की ऑनलाइन मौजूदगी भी बेहद मजबूत है और उनके हैंडलर सोशल मीडिया के जरिए युवा वर्ग को भड़काने में लगे रहते हैं।
पाकिस्तानी सेना से संबंध
खालिद का पाकिस्तान की सेना के साथ गहरा संबंध है। बताया जा रहा है कि दो महीने पहले ही उसे पंजाब के कंगनपुर में पाक सेना ने बुलाकर एक जिहादी भाषण देने के लिए आमंत्रित किया था। वहां उसने भारत विरोधी भाषण दिए और युवाओं को आतंक की राह पर चलने के लिए प्रेरित किया।
सैफुल्लाह खालिद का इतिहास
सैफुल्लाह खालिद का नाम इससे पहले भी कई आतंकी घटनाओं में सामने आ चुका है। वह पाकिस्तान में खुलेआम घूमता है और किसी भी तरह की कार्रवाई से बचा रहता है। माना जाता है कि ISI उसे सुरक्षा और संसाधन दोनों देती है। वह लगातार जिहादी विचारधारा को फैलाने का काम कर रहा है।
TRF की कार्यप्रणाली
TRF की कार्यशैली बेहद खतरनाक और संगठित है। इस संगठन ने हाल ही में एक हिट लिस्ट भी जारी की थी जिसमें कई भाजपा नेताओं, सेना और पुलिस अधिकारियों के नाम थे। TRF कश्मीर की हर गतिविधि पर नजर रखता है और सोशल मीडिया के जरिए अपनी विचारधारा फैलाता है। इस संगठन की सबसे बड़ी ताकत इसकी छुपी हुई पहचान है, जो इसे FATF जैसी संस्थाओं की नजर से बचाए रखती है।
हमले के पीड़ितों की सूची
नीचे हमले में मारे गए और घायल लोगों की सूची दी गई है:
मृतक:
1. मंजू नाथ शिवमू (कर्नाटक)
2. विनय नरवाल (हरियाणा)
3. शुभम द्विवेदी
4. दिलीप जयराम देसले (महाराष्ट्र)
5. सुंदिप नेवपेन (नेपाल)
6. उधवानी रदीप कुमार (UAE)
7. अतुल श्रीकांत मोने (महाराष्ट्र)
8. संजय लखन लेले
9. सय्यद हुसन शाह (जम्मू-कश्मीर)
10. हिम्मत भाई कलतिय (गुजरात)
11. प्रसान्त कुमार (ओडिशा)
12. मनीष रंजन
13. नारायण मोनों
14. शालिंदर कल्पीय
15. शिवम मोग्गा (कर्नाटक)
घायल:
1. विनी भाई (गुजरात, 60 वर्ष)
2. माणिक पाटिल
3. रीनो पांडे
4. एस बालचंद्रु (महाराष्ट्र)
5. डॉ परमेश्वरम (चेन्नई)
6. अभिजवाम राव (कर्नाटक)
7. एक 83 वर्षीय महिला (तमिलनाडु)
8. शशि कुमारी और रंजीत कुमार (ओडिशा)
9. बालचंद्र (57 वर्ष, तमिलनाडु)
10. शोभित पटेल (मुंबई)
पहलगाम में हुआ यह आतंकी हमला न केवल सुरक्षा व्यवस्था की गंभीर चुनौती को सामने लाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि पाकिस्तान में बैठे आतंकी कैसे भारत में हमले की साजिशें रचते हैं। सैफुल्लाह खालिद जैसे लोग पाकिस्तान की शह पर भारत में शांति भंग करने का प्रयास कर रहे हैं। सरकार और सुरक्षा एजेंसियों को इस तरह की गतिविधियों के खिलाफ और अधिक सतर्क और सख्त होना होगा।
Saifullah Khalid, also known as Saifullah Kasuri, is emerging as the mastermind of the Pahalgam terror attack that shocked the nation in April 2025. As the deputy chief of The Resistance Front (TRF), a Lashkar-e-Taiba-linked terror group, Khalid operates with the backing of the Pakistan Army and is accused of radicalizing youth and planning targeted killings in Jammu and Kashmir. This attack, which killed 26 people including tourists and Indian-origin foreign nationals, highlights the growing influence of TRF and cross-border terror planning.