AIN NEWS 1: भारत में विदेशी नागरिकों की मौजूदगी और उनके दस्तावेजों की वैधता को लेकर एक गंभीर मामला सामने आया है। पाकिस्तान के रावलपिंडी से ताल्लुक रखने वाले एक व्यक्ति को, जो पिछले 17 सालों से भारत में रह रहा था, अब भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है। इस व्यक्ति के पास भारतीय पहचान से जुड़े कई सरकारी दस्तावेज भी थे, जैसे वोटर आईडी, आधार कार्ड और राशन कार्ड।
मामले की जानकारी:
इस व्यक्ति का कहना है कि वह पिछले 17 वर्षों से भारत में शांतिपूर्वक रह रहा था। उसने न केवल भारत में जीवन यापन किया, बल्कि उसे भारतीय नागरिक की तरह वोट डालने का अधिकार भी प्राप्त था। उसके पास भारत का आधार कार्ड, राशन कार्ड और अन्य जरूरी दस्तावेज भी मौजूद थे। वह भारत में नौकरी के लिए भी तैयारी कर रहा था।
व्यक्ति का बयान:
उसने बताया,
“मैं एक पाकिस्तानी हूं, और 17 साल से भारत में रह रहा हूं। मैंने भारत में वोट भी किया है। मेरे पास भारत का आधार कार्ड, राशन कार्ड और अन्य सभी सरकारी दस्तावेज मौजूद हैं। अब जब मैं नौकरी की तैयारी कर रहा था, तो सरकार ने हमें देश छोड़ने का आदेश दे दिया।”
सरकार की कार्रवाई:
सरकारी जांच के बाद यह स्पष्ट हुआ कि व्यक्ति पाकिस्तान का नागरिक है और अवैध रूप से भारत में रह रहा है। हालांकि उसने कई भारतीय दस्तावेज हासिल कर लिए थे, फिर भी वह भारतीय नागरिक नहीं माना जा सकता। जांच एजेंसियों ने उसकी नागरिकता की पुष्टि होने के बाद उसे देश छोड़ने का आदेश जारी कर दिया।
कैसे मिले भारतीय दस्तावेज?:
यह सबसे बड़ा सवाल है कि एक पाकिस्तानी नागरिक को कैसे भारत में वोट डालने का अधिकार मिला? कैसे उसने आधार कार्ड, राशन कार्ड जैसे दस्तावेज हासिल कर लिए? यह मामला सरकारी तंत्र में मौजूद खामियों की ओर भी इशारा करता है, जिससे अवैध प्रवासी नागरिक पहचान बदलकर भारत में बसने में सफल हो जाते हैं।
कानूनी पहलू:
भारत में रहने वाले विदेशी नागरिकों को विशेष वीजा और अनुमति की आवश्यकता होती है। बिना कानूनी दस्तावेजों और प्रक्रिया के भारत में रहना अवैध माना जाता है। इस व्यक्ति के खिलाफ अब संबंधित विदेशी अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा सकती है।
स्थानीय प्रशासन का रुख:
प्रशासन ने कहा कि इस मामले की पूरी जांच की जाएगी कि आखिर कैसे एक विदेशी नागरिक ने इतने साल भारत में रहकर सरकारी पहचान पत्र प्राप्त कर लिए। यह मामला न केवल व्यक्ति विशेष का है, बल्कि इससे जुड़े नेटवर्क और भ्रष्टाचार की संभावना को भी जांचा जा रहा है।
यह मामला भारत की सुरक्षा व्यवस्था, दस्तावेजों की वैधता और नागरिक पहचान के नियमों पर गंभीर सवाल खड़े करता है। सरकार ने सख्त कदम उठाकर संदेश दिया है कि अवैध रूप से भारत में रहने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे उनके पास कितने भी दस्तावेज क्यों न हों।
A Pakistani man who had been residing in India for the last 17 years with Indian documents like Aadhaar card, ration card, and even a Voter ID has now been ordered by the Indian government to leave the country. This incident highlights growing scrutiny on foreign nationals in India, especially illegal immigrants from Pakistan who have managed to acquire Indian documents. The man’s case raises questions about identity verification, India’s visa rules, and the government’s strict measures to address illegal immigration.