PM Modi Attends Navkar Mahamantra Event in Delhi Barefoot, Sits Among Public
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवरकार महामंत्र कार्यक्रम में नंगे पांव आकर साधारण जनता के बीच बैठकर दी श्रद्धा की मिसाल
AIN NEWS 1 : दिल्ली में आज आयोजित हुए नवरकार महामंत्र कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सादगी और श्रद्धा से लोगों का दिल जीत लिया। इस विशेष कार्यक्रम में उन्होंने न केवल नंगे पांव आकर धार्मिक भावना का आदर किया, बल्कि उन्होंने मंच पर बैठने से भी इनकार कर दिया और साधारण लोगों के बीच बैठकर कार्यक्रम में भाग लिया।
इस आयोजन का उद्देश्य जैन धर्म के महान महामंत्र ‘नवरकार’ के माध्यम से आध्यात्मिक शांति और सामूहिक ऊर्जा का अनुभव करना था। यह कार्यक्रम राजधानी दिल्ली में एक भव्य स्थल पर आयोजित किया गया था, जिसमें देशभर से जैन संत, साधु-साध्वियाँ, अनुयायी और आम नागरिक बड़ी संख्या में शामिल हुए।
प्रधानमंत्री मोदी जब कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, तो हर किसी की नजर उनके नंगे पांव चलने पर पड़ी। आमतौर पर बड़े नेता मंच पर विशिष्ट स्थान पर बैठते हैं, लेकिन पीएम मोदी ने सभी परंपराओं को पीछे छोड़ते हुए साधारण लोगों के बीच जमीन पर बैठने का निर्णय लिया। यह निर्णय दर्शाता है कि वे सिर्फ देश के प्रधानमंत्री नहीं, बल्कि आध्यात्मिक मूल्यों के प्रति गहरी आस्था रखने वाले व्यक्ति भी हैं।
नवरकार महामंत्र का महत्व
जैन धर्म में ‘नवरकार महामंत्र’ को सबसे पवित्र और शक्तिशाली मंत्र माना जाता है। यह किसी व्यक्ति विशेष को नहीं, बल्कि उन पांच महान आत्माओं – अरिहंत, सिद्ध, आचार्य, उपाध्याय और साधु – को समर्पित होता है जिन्होंने मोक्ष प्राप्त किया या प्राप्ति की दिशा में अग्रसर हैं। इस मंत्र का जाप मानसिक शांति, आत्मिक विकास और अहिंसा की भावना को जागृत करने में सहायक माना जाता है।
पीएम मोदी का संबोधन
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “नवरकार महामंत्र सिर्फ एक धार्मिक उच्चारण नहीं है, यह भारतीय संस्कृति की आत्मा है। इसमें विनम्रता, श्रद्धा और त्याग का समावेश है। आज मैं यहां नंगे पांव आया हूं, यह मेरी श्रद्धा और सम्मान का प्रतीक है। मंच पर न बैठना भी मेरा निर्णय था, क्योंकि मैं आप सभी के साथ एक सामान्य व्यक्ति की तरह इस अनुभव को साझा करना चाहता था।”
उन्होंने आगे कहा, “जैन धर्म ने भारत को अहिंसा, सत्य और संयम जैसे अमूल्य उपदेश दिए हैं। इन शिक्षाओं से हर व्यक्ति प्रेरणा ले सकता है, चाहे वह किसी भी धर्म, जाति या वर्ग से हो।”
आयोजकों की प्रतिक्रिया
कार्यक्रम के आयोजकों ने प्रधानमंत्री मोदी के व्यवहार की भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए गर्व की बात है कि देश के सर्वोच्च पद पर बैठा व्यक्ति इतनी श्रद्धा और सादगी से उनके कार्यक्रम में भाग लेने आया। आयोजकों के अनुसार, यह कदम जैन समाज और आम जनता के बीच एकता और समर्पण की भावना को और भी मजबूत करेगा।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
पीएम मोदी के नंगे पांव आने और जमीन पर बैठने का वीडियो कुछ ही मिनटों में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। लाखों लोगों ने इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दीं और प्रधानमंत्री की विनम्रता की सराहना की। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफार्मों पर #ModiAtNavkar और #BarefootPM जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।
धार्मिक सौहार्द की मिसाल
प्रधानमंत्री मोदी का यह कदम न केवल जैन समाज के लिए एक बड़ा संदेश था, बल्कि यह भारत में धार्मिक सौहार्द और विविधता को भी दर्शाता है। उन्होंने यह सिद्ध किया कि देश का प्रधानमंत्री होना केवल एक राजनीतिक पद नहीं, बल्कि वह संस्कृति, परंपरा और आध्यात्मिक मूल्यों का प्रतिनिधित्व भी करता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नवरकार महामंत्र कार्यक्रम में दिखाई गई विनम्रता, श्रद्धा और सामान्यता की भावना ने यह साबित कर दिया कि सच्चे नेतृत्व का परिचय शब्दों से नहीं, कार्यों से होता है। उनका यह व्यवहार एक प्रेरणा है, खासकर उन लोगों के लिए जो सामाजिक, धार्मिक या राजनैतिक जीवन में ऊंचे पदों पर हैं।
Prime Minister Narendra Modi showed a remarkable gesture of humility during the Navkar Mahamantra event in Delhi 2025, by walking barefoot and choosing not to sit on the dias but among the common people. His presence at this important Jain spiritual event highlighted his deep respect for religious traditions and values. The event gained attention nationwide, as PM Modi’s barefoot appearance and simple demeanor resonated with the teachings of Jainism and its emphasis on equality and non-ego