AIN NEWS 1 लखनऊ: संविधान दिवस के उपलक्ष्य में आज उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संविधान की उद्देशिका का सामूहिक पाठ किया और नागरिकों से उनके कर्तव्यों और अधिकारों के प्रति जागरूक रहने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि संविधान दिवस हमारे लिए उन महान आत्माओं को नमन करने का दिन है, जिन्होंने स्वतंत्र भारत के निर्माण में अपना अमूल्य योगदान दिया। उन्होंने भारत के संविधान निर्माता और ‘भारत रत्न’ से सम्मानित बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर सहित सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
उन्होंने कहा, “संविधान न केवल हमारे अधिकारों को परिभाषित करता है, बल्कि हमारे कर्तव्यों की भी याद दिलाता है। यह हमें एक मजबूत, समृद्ध और एकजुट राष्ट्र के निर्माण के लिए प्रेरित करता है। संविधान दिवस का यह पावन अवसर हमें अपने राष्ट्रीय कर्तव्यों के प्रति और अधिक दृढ़ता और जागरूकता के साथ कार्य करने की प्रेरणा देता है।”
नागरिकों को अधिकार और कर्तव्य याद रखने की अपील
कार्यक्रम में संविधान की उद्देशिका का पाठ करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पाठ हमें उन मूलभूत आदर्शों और मूल्यों की याद दिलाता है, जिन पर हमारा लोकतंत्र आधारित है। उन्होंने युवाओं से विशेष रूप से अपील की कि वे संविधान के मूल सिद्धांतों को समझें और अपने जीवन में अपनाएं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वाधीनता संग्राम सेनानियों और संविधान सभा के सदस्यों के योगदान को भी याद किया। उन्होंने कहा, “हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों की आहुति देकर हमें आज़ादी दिलाई। आज हमें यह सुनिश्चित करना है कि उनके सपनों का भारत बने।”
कार्यक्रम का उद्देश्य
संविधान दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य नागरिकों को संविधान के महत्व और इसकी उद्देशिका के मूल भावों से अवगत कराना था। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों, शिक्षकों, और प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग लिया।
मुख्यमंत्री ने अंत में सभी से आग्रह किया कि वे अपने अधिकारों के साथ-साथ अपने कर्तव्यों का भी पालन करें और एकजुट होकर राष्ट्र निर्माण में सहयोग दें।
इस कार्यक्रम ने संविधान के प्रति लोगों में सम्मान और जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।