AIN NEWS 1: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का परिवार उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के कोताना गांव से जुड़ा है। कोताना में परवेज मुशर्रफ के ननिहाल और ददिहाल की संपत्ति को शत्रु संपत्ति के रूप में दर्ज किया गया है। आगामी 5 सितंबर से इस संपत्ति की नीलामी प्रक्रिया शुरू होगी।
कोताना में शत्रु संपत्ति का मामला
कोताना गांव में स्थित दो हेक्टेयर भूमि को 2010 में शत्रु संपत्ति घोषित किया गया था। यह भूमि मूल रूप से नूरू नामक व्यक्ति के नाम दर्ज है, जो 1965 में पाकिस्तान चले गए थे। कोताना के ग्रामीणों का कहना है कि परवेज मुशर्रफ के ददिहाल और ननिहाल दोनों इस गांव में ही थे। उनके माता-पिता बेगम जरीन और मुशर्रफुद्दीन थे। शादी के बाद 1943 में दोनों परिवार गांव से चले गए थे।
भूमि की नीलामी की प्रक्रिया
पाकिस्तान बनने के बाद परवेज मुशर्रफ का परिवार 1947 तक कोताना में रहा और इसके बाद पाकिस्तान चला गया। इस भूमि की नीलामी की प्रक्रिया अब पांच सितंबर से शुरू होने जा रही है। बागपत जिला प्रशासन के मुताबिक, नूरू के नाम की यह शत्रु संपत्ति कोatana गांव में कुल आठ प्लॉट्स में बांटा गया है, जिनका कुल क्षेत्रफल दो हेक्टेयर है। हालांकि, मुशर्रफ के नाम से कोई व्यक्तिगत भूमि रिकॉर्ड में दर्ज नहीं है।
नीलामी की तैयारी
एडीएम वित्त, पंकज वर्मा के अनुसार, शत्रु संपत्ति के रूप में दर्ज इस भूमि की नीलामी की प्रक्रिया जल्द ही पूरी की जाएगी। कोताना गांव में यह भूमि कई सालों से अनुपयोगी पड़ी हुई थी और अब इसका उचित उपयोग किया जाएगा।
निष्कर्ष
इस प्रकार, बागपत के कोताना में परवेज मुशर्रफ के परिवार की शत्रु संपत्ति की नीलामी एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जो 5 सितंबर से शुरू होगी। यह भूमि न केवल ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसके नीलामी से स्थानीय प्रशासन को वित्तीय लाभ भी प्राप्त होगा।