AIN NEWS 1 | भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिका की धरती से एक बड़ा बयान देकर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है, जिसमें ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने का श्रेय खुद को दिया था।
जयशंकर इन दिनों अमेरिका दौरे पर हैं और 30 जून से 2 जुलाई तक अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के आमंत्रण पर वहां मौजूद हैं। इसी दौरान उन्होंने न्यूजवीक को दिए एक इंटरव्यू में स्पष्ट किया कि अमेरिका के कहने पर भारत ने कोई सीजफायर नहीं किया था।
“मैं उस कमरे में था…”
एस. जयशंकर ने साफ शब्दों में कहा,
“मैं उस कमरे में था जब 9 मई की रात अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की थी। उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर भारत ने कुछ बातों पर सहमति नहीं दी, तो पाकिस्तान बड़ा हमला कर सकता है। इस पर पीएम मोदी ने साफ संकेत दिया कि भारत जवाब देगा।”
उन्होंने आगे बताया कि अगली सुबह अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कॉल कर बताया कि पाकिस्तान बातचीत को तैयार है। लेकिन जयशंकर के अनुसार, भारत ने यह फैसला पूरी तरह अपने सुरक्षा हितों को ध्यान में रखते हुए लिया, न कि अमेरिकी दबाव में।
पहलगाम हमले पर पाकिस्तान को घेरा
पहाalgam में हुए आतंकी हमले को लेकर जयशंकर ने कहा कि यह हमला भारत के पर्यटन सेक्टर को बर्बाद करने और धार्मिक तनाव भड़काने की कोशिश थी।
“हमलावरों ने लोगों से पहले उनका धर्म पूछा और फिर हत्या की। यह साफ तौर पर धार्मिक उकसावे की साजिश थी,” उन्होंने कहा।
जयशंकर ने दो टूक कहा कि
“पाकिस्तान के परमाणु ब्लैकमेल से भारत डरने वाला नहीं है। यदि आतंकवादी सीमा पार से हमला करते हैं तो उन्हें दंडित किया जाएगा, चाहे वे कहीं भी हों।”
उन्होंने इस सोच को चुनौती देने की बात कही कि सीमा पार होने की वजह से आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा सकती।
India’s External Affairs Minister S. Jaishankar has firmly denied Donald Trump’s claims that the US brokered a ceasefire between India and Pakistan. Speaking during his US visit, Jaishankar said he was present in the room during key conversations and revealed how India was warned about potential Pakistani escalation after the Pahalgam terror attack. He emphasized that India made its own decision, driven by the need to act against cross-border terrorism.