AIN NEWS 1 संभल: जामा मस्जिद में हाल ही में हुए विवाद के बाद हिंसा का माहौल बन गया है। सोमवार को पुलिस ने जामा मस्जिद के अध्यक्ष एडवोकेट जफर अली को हिरासत में लिया। उनके साथ छह अन्य लोगों को भी पूछताछ के लिए थाने लाया गया। जफर अली के विवादित बयान और मस्जिद में हुए सर्वे से जुड़े आरोपों के कारण इलाके में तनाव और बढ़ गया है।
जफर अली के आरोप और बयान
सोमवार सुबह जफर अली ने एक प्रेस कांफ्रेंस में मस्जिद के अंदर हुए सर्वे और अधिकारियों की भूमिका पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मस्जिद के वुजू टैंक का पानी खाली कराए जाने से अफवाहें फैलीं कि मस्जिद में खुदाई हो रही है। यह भ्रम एसडीएम और सीओ की साजिश के कारण फैला।
जफर ने दावा किया कि एसडीएम ने सर्वे के दौरान हौद का पानी जबरन निकलवाया, जिससे लोगों में गुस्सा और भ्रम पैदा हुआ। उनका कहना था कि प्रशासन ने जानबूझकर ऐसा माहौल बनाया, जिससे तनाव बढ़ा।
पुलिस की कार्रवाई और प्रशासन का पक्ष
जफर अली के बयान के बाद उनका वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उनके कथनों में विरोधाभास पाया गया। डीआईजी मुनिराज ने कहा कि उन्हें स्पष्टीकरण के लिए बुलाया गया है। जफर अली के बयानों पर डीएम और एसपी ने भी प्रेस कांफ्रेंस की और उनके आरोपों को खारिज किया।
डीएम राजेंद्र पैसिया ने बताया कि वुजू टैंक खाली कराने का मकसद सिर्फ फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी करना था। उन्होंने कहा कि जफर अली ने खुद स्वीकार किया कि वुजू टैंक को हर शुक्रवार को साफ किया जाता है। डीएम ने यह भी कहा कि सर्वे की जानकारी सभी पक्षों को दी गई थी और कोई अनियमितता नहीं हुई।
हिंसा का कारण और स्थिति
रविवार को जामा मस्जिद में हुए सर्वे के दौरान बड़ी संख्या में लोग जुट गए। अफवाहों के चलते पथराव और फायरिंग हुई, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए। पुलिस ने इस मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया है और 800 से अधिक अज्ञात लोगों पर मुकदमे दर्ज किए हैं।
वीडियो और ड्रोन फुटेज से दंगाइयों की पहचान
पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि हिंसा के सीसीटीवी और ड्रोन फुटेज का अध्ययन किया जा रहा है। दंगाइयों की पहचान के लिए उनके फोटो जारी किए जाएंगे। सूचना देने वालों को इनाम भी दिया जाएगा।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप
हिंसा के मामले में समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक इकबाल महमूद के बेटे के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि दंगाइयों पर कार्रवाई जारी रहेगी और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।
संभल में हालात फिलहाल तनावपूर्ण हैं, लेकिन प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सक्रिय है।