AIN NEWS 1: हाल ही में, सेक्स थेरेपिस्ट और मैरिज काउंसलर डॉ. नेहा मेहता ने एक पॉडकास्ट के माध्यम से कुछ महत्वपूर्ण विषयों पर अपनी राय साझा की। उन्होंने स्पष्ट किया कि मास्टरबेशन और मेंस्ट्रुअल कप का उपयोग महिलाओं की वर्जिनिटी को प्रभावित नहीं करता। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
वर्जिनिटी की परिभाषा
वर्जिनिटी को लेकर समाज में कई मिथक फैले हुए हैं। पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार, वर्जिनिटी का संबंध केवल यौन संबंध से जोड़ा जाता है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि वर्जिनिटी एक सामाजिक और सांस्कृतिक अवधारणा है, जिसका वास्तविकता से कोई मेल नहीं है।
मेंस्ट्रुअल कप और वर्जिनिटी
डॉ. नेहा मेहता ने स्पष्ट किया कि मेंस्ट्रुअल कप का उपयोग करने से महिलाओं की वर्जिनिटी पर कोई असर नहीं पड़ता। मेंस्ट्रुअल कप एक स्वच्छता का उपकरण है जिसका उद्देश्य मासिक धर्म के दौरान रक्त को एकत्र करना होता है। इसका उपयोग पूरी तरह से सुरक्षित है और इससे वर्जिनिटी प्रभावित नहीं होती।
मास्टरबेशन और वर्जिनिटी
डॉ. मेहता ने यह भी बताया कि मास्टरबेशन करने से वर्जिनिटी पर कोई असर नहीं पड़ता। मास्टरबेशन, एक प्राकृतिक और सामान्य प्रक्रिया है जो व्यक्ति की सेहत के लिए लाभकारी हो सकती है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से इसे सेहतमंद माना जाता है, जबकि धार्मिक मान्यताएँ इसकी स्वीकृति नहीं करतीं।
वैज्ञानिक और धार्मिक दृष्टिकोण
विज्ञान के अनुसार, मास्टरबेशन शारीरिक और मानसिक सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है, जबकि धार्मिक मान्यताएँ इसके प्रति अलग दृष्टिकोण रखती हैं। धार्मिक विचारों की तुलना में वैज्ञानिक शोध अधिक सटीक और तथ्यात्मक होते हैं, जो स्वास्थ्य के मुद्दों पर आधारित होते हैं।
सारांश
डॉ. नेहा मेहता ने अपने पॉडकास्ट में बताया कि मेंस्ट्रुअल कप और मास्टरबेशन से महिलाओं की वर्जिनिटी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। इन मुद्दों को लेकर समाज में जो मिथक हैं, वे तथ्यात्मक रूप से गलत हैं। वर्जिनिटी की अवधारणा को समझने के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाना अधिक उपयुक्त है, जिससे लोगों को सही जानकारी मिल सके और वे स्वस्थ विकल्पों को अपनाने में सक्षम हो सकें।