AIN NEWS 1 | शिवसेना (UBT) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने घोषणा की है कि पार्टी मुंबई और नागपुर महानगरपालिका चुनाव अकेले लड़ेगी। यह फैसला पार्टी को लोकल लेवल पर मजबूत करने के लिए लिया गया है। राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने पार्टी नेताओं को इसके संकेत दिए हैं।
घोषणा के पीछे की वजह:
- स्थानीय स्तर पर पार्टी को मजबूती:
राउत ने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों में कार्यकर्ताओं को मौका नहीं मिलता, जिससे पार्टी की ग्रोथ प्रभावित होती है। - गठबंधन में तालमेल की कमी:
राउत ने I.N.D.I.A. और MVA (महाराष्ट्र विकास अघाड़ी) में तालमेल की कमी को लेकर नाराजगी जताई।
I.N.D.I.A. ब्लॉक और MVA पर सवाल:
संजय राउत ने शुक्रवार को कहा था:
- I.N.D.I.A. ब्लॉक की बैठक न होना:
- लोकसभा चुनाव के बाद कोई बैठक नहीं हुई। सहयोगियों को गठबंधन के अस्तित्व पर शंका है।
- MVA में तालमेल की कमी:
- महाराष्ट्र में कांग्रेस की स्टेट यूनिट सीटों के लिए सौदेबाजी कर रही थी। कई विधानसभा सीटों पर अच्छे उम्मीदवार होने के बावजूद NCP और शिवसेना (UBT) को मौका नहीं मिला।
- दिल्ली चुनाव पर राउत:
- राउत ने कहा कि दिल्ली चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी को AAP हराएगी।
I.N.D.I.A. ब्लॉक पर अन्य नेताओं की प्रतिक्रिया:
- उमर अब्दुल्ला (9 जनवरी):
“I.N.D.I.A. गठबंधन का लोकसभा चुनाव तक ही वजूद था। अगर यह खत्म हो चुका है, तो कांग्रेस इसकी घोषणा करे।” - फारूक अब्दुल्ला (9 जनवरी):
“I.N.D.I.A. गठबंधन स्थायी है। हम भाजपा से अलग हैं और रहेंगे।” - ममता बनर्जी (7 दिसंबर 2024):
“गठबंधन का नेतृत्व ठीक से नहीं हो रहा। मुझे मौका दें, मैं इसे संभाल सकती हूं।”
I.N.D.I.A. ब्लॉक की 6 बैठकें:
- पहली बैठक: 23 जून 2023, पटना (नीतीश कुमार)
- आखिरी बैठक: 1 जून 2024 (मल्लिकार्जुन खड़गे)
शिवसेना (UBT) के फैसले का प्रभाव:
शिवसेना (UBT) का यह कदम महाराष्ट्र की राजनीति में नए समीकरण बना सकता है। I.N.D.I.A. ब्लॉक और MVA के भीतर जारी खींचतान विपक्षी एकता पर बड़ा सवाल खड़ा कर रही है। पार्टी का अकेले चुनाव लड़ने का फैसला, स्थानीय निकाय चुनावों में कांग्रेस और NCP के साथ उसके संबंधों पर असर डाल सकता है।