Supreme Court Releases Report on Justice Verma, Burnt Currency Notes Found in Video
सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस वर्मा मामले की रिपोर्ट सार्वजनिक की, वीडियो में दिखे जले हुए नोट
AIN NEWS 1: दिल्ली हाईकोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा के सरकारी आवास में आग लगने की घटना के बाद एक बड़ा खुलासा हुआ। इस घटना के दौरान उनके आवास से कथित रूप से भारी मात्रा में नकदी बरामद की गई। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश (CJI) संजीव खन्ना के आदेश पर इस मामले की रिपोर्ट और अन्य दस्तावेज सार्वजनिक कर दिए गए हैं।
वीडियो में क्या दिखा?
दिल्ली पुलिस द्वारा जारी एक वीडियो में जस्टिस वर्मा के घर के अंदर जले हुए नोटों की गड्डियां देखी गईं। यह वीडियो सुप्रीम कोर्ट को सौंपी गई जांच रिपोर्ट का हिस्सा है।
रिपोर्ट में क्या है?
सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड की गई रिपोर्ट में 25 पन्नों के दस्तावेज शामिल हैं, जिनमें—
1. दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट
2. जस्टिस यशवंत वर्मा का जवाब
3. अन्य संबंधित दस्तावेज
जस्टिस वर्मा की प्रतिक्रिया
जस्टिस यशवंत वर्मा ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा—
“मैं स्पष्ट रूप से कहता हूं कि न तो मैंने और न ही मेरे परिवार के किसी सदस्य ने उस स्टोररूम में नकदी रखी। यह दावा कि यह नकदी हमारी थी, पूरी तरह से बेतुका है। यह स्टोररूम मेरे रहने के क्षेत्र से अलग था और वहां कोई भी आसानी से पहुंच सकता था।”
उन्होंने मीडिया को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उन पर बिना ठोस जांच के आरोप लगाए गए हैं।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला
CJI संजीव खन्ना ने इस मामले में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए पूरी रिपोर्ट सार्वजनिक करने का निर्णय लिया। सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि किसी न्यायाधीश से संबंधित दस्तावेज सार्वजनिक किए गए हैं।
जांच के लिए समिति गठित
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की गहराई से जांच करने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है। इस समिति में शामिल जज हैं—
1. न्यायमूर्ति शील नागू (मुख्य न्यायाधीश, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय)
2. न्यायमूर्ति जी.एस. संधवालिया (मुख्य न्यायाधीश, हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय)
3. न्यायमूर्ति अनु शिवरामन (न्यायाधीश, कर्नाटक उच्च न्यायालय)
इसके अलावा, दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को निर्देश दिया गया है कि जस्टिस वर्मा को फिलहाल कोई भी न्यायिक कार्य न सौंपा जाए।
न्यायपालिका की साख पर सवाल?
यह मामला न्यायिक जगत के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है। इस घटना ने न केवल न्यायपालिका की साख पर सवाल उठाए हैं, बल्कि यह भी दिखाया है कि उच्च न्यायपालिका में भी पारदर्शिता और जवाबदेही की जरूरत है।
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पारदर्शिता बनाए रखने के लिए रिपोर्ट सार्वजनिक कर दी है। जांच समिति अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी, जिसके बाद आगे की कार्रवाई तय होगी। अब देखना होगा कि इस मामले में न्यायपालिका क्या कदम उठाती है और यह मामला किस दिशा में आगे बढ़ता है।
The Supreme Court has released a detailed report on the Justice Yashwant Verma cash recovery case, making all related documents public for the first time in history. A video showing burnt currency notes inside his residence has raised serious concerns. Chief Justice Sanjiv Khanna has formed a three-member judicial committee to investigate the allegations. The Delhi High Court Chief Justice’s report, along with Justice Verma’s response, has been uploaded to the Supreme Court website. While Justice Verma denies any connection to the cash, the matter remains under intense scrutiny. This case has sparked a debate about judicial transparency and accountability in India.